दुनिया भारत की तरफ देख रही: राज्यपाल

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यूपीआरटीओयू के भवन का राज्यपाल ने किया उद्घाटन 

भारत किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है

कानपुर। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज की क्षेत्रीय केंद्र कानपुर भवन का उद्घाटन गुरुवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। राज्यपाल के साथ उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी मौजूद रही।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा, पहले जो हम पढ़ते थे आगे चलकर शिक्षक बनकर हम वही पढ़ाते थे, लेकिन शिक्षा में बदलाव बहुत जरूरी है। हम लोग विश्वविद्यालय के माध्यम से ही सारी समस्याओं को हल करते हैं। यहां पर पढऩे वाले विद्यार्थी नई टेक्नीक, नए स्टार्टअप सीखते हैं और फिर लोगों की समस्याओं को हल करने में मदद करते हैं। भारत किसी भी क्षेत्र में बिछडऩा नहीं चाहिए। आज सभी देश भारत की ओर देख रहे हैं। हमारा दायित्व है कि हम युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि मिट्टी में भी समस्या हो सकती है, मगर मिट्टी को सशक्त करने की आज जरूरत है। यह सब हम लोगों को मिलकर करना है। विश्वविद्यालय के साथ मिलकर मिट्टी का प्रशिक्षण किया जा रहा है। ताकि किसानों की समस्याओं को हल किया जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि जी-20 पर आज विभिन्न प्रदेशों में चर्चाएं हो रही हैं। हाल ही में काशी में 25 से अधिक देशों के लोग बैठक में शामिल थे और उसमें चर्चा इस बात की हो रही थी कि टीबी को मुक्त करने के लिए भारत में क्या-क्या काम किए गए और कैसे किए गए। इस योजना की सभी ने सराहना की। उन्होंने कहा कि अपने भी देश में इसको लागू करेंगे।प्रदेश में कई ऐसे जेल हैं जहां पर निरीक्षण के दौरान मैंने पढ़ाई होते देखा है। वहां पढऩे वाले लोगों में रुचि देखी है, जिसके चलते मैंने तीन जेल में कंप्यूटर की व्यवस्था कराई है, ताकि यह बच्चे जब बाहर निकले तो किसी रोजगार में लगे।
विश्वविद्यालयों को कानपुर और आसपास की इंडस्ट्रीज के उद्योगपतियों के साथ मिलकर एमओयू साइन करना चाहिए और फिर बच्चों को वहां पर प्रशिक्षण देना चाहिए। इससे इंडस्ट्रीज का उद्योग भी बढेगा और उनको एक प्रशिक्षित वर्कर भी मिलेंगे।
शिक्षा में हुआ बदलाव
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। 2017 से स्थितियां बहुत खराब थी, मगर यह स्थिति काफी हद तक सुधर चुकी है। आज शिक्षा में अपना प्रदेश अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
शिक्षा में नए आयाम स्थापित हो रहे हैं
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि यह विश्वविद्यालय एक नया आयाम स्थापित कर रहा है, शिक्षा में गुणवत्ता लाने का काम करेगा। दूसरी सरकार में शिक्षा की स्थिति बहुत ही चरमरा गई थी, जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से शिक्षा में बहुत सुधार हुआ है और शिक्षा में बदलाव भी आया है। आज प्रदेश में शिक्षा का स्तर काफी ऊंचा हो गया है।
भगवा रंग से सजाया गया था भवन
भवन को भगवा रंग के कपड़े से सजाया गया है। पांडाल से लेकर भवन के अंदर तक भगवा परदे लगे हुए हैं जो कि काफी सुंदर लग रहे हैं। नए भवन के उद्घाटन को लेकर प्रयागराज विश्वविद्यालय के आला अधिकारियों ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का चौथा भवन है, जिसका उद्घाटन राज्यपाल के द्वारा किया गया है।
9 जिलों के 70 महाविद्यालयों में होंगे अध्ययन केंद्र
विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने बताया कि कानपुर जोन में 9 जिले आते हैं, जिसमें की 70 अध्ययन केंद्र बनाए गए हैं। कानपुर के अलावा कानपुर देहात, फतेहपुर, उन्नाव, हमीरपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, इटावा में भी अध्ययन केंद्र है।
ऑनलाइन होंगे एडमिशन
कर्नल विनय कुमार ने बताया कि हमारे विश्वविद्यालय की साइट क्कक्रञ्जह्र.्रष्ट.ढ्ढहृ पर जाकर एडमिशन करा सकते है। यह प्रक्रिया अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगी। 2022-23 में कुल 2422 लोगों ने प्रवेश लिया था, जिसमें कि 1048 बालिकाएं और 1374 बालकों ने शामिल थे।
आंगनबाड़ी की महिलाएं एक यशोदा माई है
छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय में आंगनबाड़ी केंद्र की महिलाओं को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किट देकर सम्मानित किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि आंगनबाड़ी की महिलाएं एक यशोदा माई के रूप में है, क्योंकि यह बच्चों की अच्छे से देखरेख करती हैं। समाज को आगे आकर आंगनबाड़ी के लिए काम करना चाहिए। अपने घर के किसी भी सांस्कृतिक व मांगलिक कार्यक्रम आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर मनाए। इससे वहां के बच्चों का मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी की महिलाएं खुद भी सर्वे करें और देखें कि कितने बच्चे आ रहे हैं और जो नहीं आ रहे हैं, उनके आगे क्या दिक्कतें हैं। राज्यपाल ने कहा कि अभी अस्पतालों में 86 प्रतिशत महिलाओं की डिलीवरी हो रही है। महिलाओं को जागरूक करें ताकि 100 प्रतिशत डिलीवरी अस्पतालों में ही हो। प्रदेश में 24 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जो अपने बच्चे को हर घंटे अपने दूध का सेवन कराती हैं। इसमें भी बढ़ोतरी होनी चाहिए क्योंकि एक शिशु के लिए मां का दूध बहुत मायने रखता है। मां का दूध बच्चे को हर बीमारी से लडऩे की क्षमता देता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र की महिलाओं को 5000 किट बांटने का लक्ष्य था जो कि पूरा होता दिख रहा है। अब यह लक्ष्य बढ़ाकर 10,000 कर दिया गया है। जनप्रतिनिधियों को भी आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर बच्चों से बातचीत करनी चाहिए और उनका उत्साहवर्धन करना चाहिए। बच्चों को पानी की बचत के लिए जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र में एक खाली बाल्टी रखें ताकि बच्चे पानी को इधर-उधर ना फेककर उस बाल्टी में डालें और बाद में उन्हें बताया जाए कि आज आप लोगों ने कितना पानी की बचत की है। इससे बच्चों में जागरूकता पैदा होगी। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अगली बार जब मैं कानपुर आउ तो आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होना चाहिए। उनको भी मंच में आने का मौका मिले।

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