अवधनामा संवाददाता
सेवरही, कुशीनगर। राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने निर्देश जारी किए हैं कि स्कूल की एक दीवार पर महिलाओं के संघर्ष की कहानियों को पेंट किया जाएगा। मिशन शक्ति फेज-दो के तहत प्रदेश सरकार ने यह पहल की है। मिशन शक्ति के तहत कार्यक्रम की मुहिम में इस नई पहल को शामिल किया गया है। जिसको लेकर महिलाएं उत्साहित है शिक्षिकाओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किया।
उप्र. महिला शिक्षक संघ कुशीनगर की जिलाध्यक्ष मनोरमा त्रिपाठी ने कहा कि दीवार पर सफल महिलाओं के संघर्ष की गाथाएं अंकित होने से गांव और कस्बों में रहने वाली लड़कियों को भी उनके जैसा बनने की प्रेरणा मिलेगी। दीवारों पर महिलाओं के चित्र लगाने से बालिकाओं को उनके बारे में जानने, समझने व उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा मिलेगी। बालिकाएं सपने देखेंगीं और उन्हें पूरा करने की हर संभव कोशिश करेंगीं। उप्र. महिला शिक्षक संघ कुशीनगर की वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सीमा दुबे ने कहा कि यह बहुत ही सराहनीय व साहसिक निर्णय है, इस निर्णय से महिलाओं का आत्मबल बढ़ेगा, समाज,देश व क्षेत्र के लिए कुछ करने का जज़्बा बढ़ेगा और मिशन शक्ति को बढ़ावा मिलने के साथ ही बच्चियों को भी आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। वही साक्षरता दर में वृध्दि होने से बेटियां आत्मनिर्भर बनेगी, जिससे देश, समाज व परिवार के तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा। उप्र. महिला शिक्षक संघ कुशीनगर की जिला उपाध्यक्ष आरती दुबे ने कहा कि विद्यालय की एक दीवार पर सफल महिलाओं के चित्र लगाने से साहस, वीरता, स्वाभिमान, सेवा और त्याग आदि गुणों की शिक्षा विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं को मिल सकेगी और मिशन शक्ति का उद्देश्य पूर्ण होगा। उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ कुशीनगर की जिला संगठन मंत्री व कवयित्री अर्चना अरोड़ा ने कहा कि मिशन शक्ति फेज 4 के अंतर्गत विद्यालय की एक दीवार सफल महिलाओं को समर्पित करना वाकई एक सार्थक क़दम साबित होगा, गाँव की बच्चियां जो कि अपने छोटे भाई बहनों की देखभाल में तथा परिस्थितिवश अपनी पढ़ाई से विमुख हो जाती है उनका जीवन के प्रति नज़रिया विस्तृत होगा, वो इस बात को समझ पाएंगी कि चूल्हे चौके के इतर भी उनके लिये एक दुनिया है। सफल महिलाओं की गाथाएं उन्हें अवश्य ही प्रभावित करेगी तथा वे उनके अनुकरण हेतु प्रेरित होंगी।
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