बांसी सिद्धार्थनगर। छठ पर्व के अवसर पर बांसी स्थित अचिरावती नदी के तट पर बडी संख्या में एकत्रित ब्रती महिलाओं ने उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर घर -परिवार के भलाई व सुख- समृद्धि की कामना किया।
मंगलवार भोर में रात्रि 3 बजे से ही रानी लक्ष्मी मोह घाट पर परिवार सहित ब्रती महिलाओं की भारी भीड जमा हो गई। घाट किनारे गूँजते छठ गीत और जल मेँ प्रतिबिम्बित होते दीपों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। घाट पर हर ओर श्रद्धा अनुशासन और आस्था का अद्भुत संगम नजर आया। सभी महिलाओं ने अपने अपने बेदी पर पूजा अर्चना करने के बाद सही समय पर अरुणोदय को देख पानी में खड़ी होकर उगते सूर्य देवता को पूरी श्रद्धा के साथ परंपरागत तरीक से अर्घ्य दिया।इस दौरान उपस्थित लोगों में अपनी टीम के साथ समाज सेवी अमय पाण्डेय ने लन्च पैकेट तथा ब्रती महिलाओं में दूध का वितरण किया। वहीं पूर्व नपा प्रत्याशी पूनम जयसवाल पत्नी विष्णु जयसवाल द्वारा सभी ब्रती महिलाओं में ब्रत की पुस्तक के साथ विभिन्न प्रकार के फलों का वितरण किया गया।
डीएम व एसपी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा रानी लक्ष्मी मोह भक्त घाट पर आदर्श नगर पालिका परिषद की ओर से व्यापक इंतजाम किया गया था । मंगलवार भोर लगभग तीन बजे बांसी स्थित छठ घाट पहुंचे डीएम डा. राजा गणपति आर एंव एसपी डॉ अभिषेक महाजन ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। घाट पर प्रशासनिक कैंप, पुलिस सहायता केंद्र, खोया पाया केन्द्र, रेन बसेरा व महिलाओं के कपड़े बदलने का स्थान सुलभ शौचालय, पेयजल और भारी प्रकाश व्यवस्था के साथ ही साथ पूरे घाट को दुल्हन की तरह सजाया था।
इस दौरान एसडीएम बांसी निखिल चक्रवर्ती क्षेत्राधिकारी सुजीत राय,तहसीलदार पियुश श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, प्रभारी निरीक्षक गौरव सिंह, नगर पालिका परिषद बांसी के चेयरमैन चमन आरा अध्यक्ष प्रतिनिधि मोहम्मद इदरीश पटवारी, वरिष्ठ लिपिक मोहम्मद जमील, गिरीश पाण्डेय, प्रभारी निरिक्षक ए. एच. टी. राम कृपाल शुक्ल, संतोष कुमार यादव,रामनरायन दुवे,एस आई विजय प्रकाश दीक्षित, शम्श जावेद खांन, विजय प्रकाश सरोज,भीम सिंह,एस आई बीरांगना मिश्रा,महिला आरक्षी प्रियंका, अंजू वर्मा, गीतांजलि कुशवाहा, बंदना सिंह, अनामिका, सीला गौड साथ घाट पर मूस्तैद रहे। रानी लक्ष्मी घाट की निगरानी ड्रोन कैमरे से घाट की निगेहबानी की जा रही थी। नगरपालिका द्वारा बैंड बाजा की व्यवस्था की गई कुल मिलाकर व्यवस्था पूरी तरह सही मंगलवार की उगते हुए सूर्य को व्रत धारी महिलाएं अर्ध देंगी उसके बाद उनके व्रत का समापन हुआ।





