अवधनामा संवाददाता
अभियान के सफल संचालन हेतु सम्बंधित अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति रहें गंभीर
ललितपुर। जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में जल शक्ति अभियान कैच द रैन के अंतर्गत जल शक्ति केन्द्र स्थापित करने तथा जल शक्ति अभियान को गति प्रदान करने एवं सुव्यवस्थित ढंग से त्वरित कार्य करने हेतु महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन कलैक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई ने बताया कि जल संरक्षण एवं पुनर्भरण हेतु भारत सरकार, राज्य सरकार एवं सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2019 में जल शक्ति अभियान प्रारंभ किया गया था। वर्ष 2021 में इसे विस्तृत रुप से देश के सभी जिलों में कैच दी रैन थीम के साथ क्रियान्वित किया गया है। अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण एवं पुनर्भरण हेतु इस अवधि में अनेक कार्य किये गए हैं, परन्तु इस क्षेत्र में काफी कार्य किया जाना अभी शेष है। इसी दृष्टि स ेजल शक्ति अभियान, कैच द रैन-2022 देश के सभी जिलों के शहरी एवं ग्रामीण दोनो क्षेत्रों में मार्च के अंत से 30 नवम्बर तक प्री-मानसून एवं पोस्ट-मानसून के दौरान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। दिनांक 29.03.2022 को महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा जलशक्ति अभियान कैच द रैन-2022 का उद्घाटन किया गया, साथ ही उन्होंने इस अभियान में सभी लोगों को सक्रियता के साथ सहयोग करने हेतु आवाह्न भी किया। कैच द रैन-2022 के तहत जनपद ललितपुर में जो कार्य किये जाने हैं, उनमें लघु सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, नगर विकास विभाग, वन विभाग एवं पंचायती राज विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनपद में कैच द रैन-2022 के तहत जलाशयों से अतिक्रमण हटाने एवं उनका जीर्णोद्धार किये जाने, लघु एवं सहायक नदियों का जीर्णोद्धार किये जाने, गहन वृ़क्षारोपण, तालाबों की जीआईएस मैपिंग, जल संरक्षण हेतु वैज्ञानिक रीति से कार्ययोजना तैयार करना, जलशक्ति केन्द्र की स्थापना करना, मनरेगा के माध्यम से ग्राम पंचायत के लिए जल संभरण विकास योजना के तहत कार्य करना, सरकारी ईमारतों में रुफ टॉप रैन वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करना तथा निर्धारित पोर्टल पर एमआईएस डाटा को समय से अपलोड करने का कार्य किया जाना है। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जल शक्ति अभियान कैच द रैन-2022 कार्यक्रम में सहयोगी विभाग सक्रियता के साथ कार्य करें। साथ ही अभियान की प्रगति की रिपोर्ट समय-समय पर नोडल विभाग को उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर योजना के तहत समस्त खण्ड विकास अधिकारी शीघ्रता के साथ तालाबों की खुदाई का कार्य पूर्ण करायें, जिससे मानसून के आगमन पर तालाब प्राकृतिक जल से लबालब भर सकें, इसके साथ ही तालाबों के किनारे सघन वृक्षारोपण कराया जाए। सभी सरकारी भवनों में वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना हेतु नोडल विभाग आवश्यक बजट की प्राप्ति के लिए शासन से पत्राचार करे। वृक्षारोपण अभियान में जिला उद्यान अधिकारी जनपद में अधिक से अधिक फलदार पौधों का रोपण करायें, इसके साथ ही किसानों को अपने खेत के मेड़ों पर भी फलदार पौधे लगाने हेतु प्रेरित करें। कैच द रैन-2022 कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सम्बंधित विभाग अपने दायित्वों की पूर्ति के लिए गंभीरता के साथ कार्य करें, जिससे शासन की मंशा के अनुरुप बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सूखे की समस्या का निस्तारण हो सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे लवकुश त्रिपाठी, डी.सी. मनरेगा रविन्द्रवीर यादव, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई नैयर आलम, जिला उद्यान अधिकारी परवेज खान, जिला पंचायत राज अधिकारी नवीन मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार, सहायक अभियंता लघु सिंचाई शास्वत राज, सहायक अभियंता लघु सिंचाई दीपक कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।