अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड से चयनित मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया गया। प्रधानमंत्री द्वारा भारत में टीबी मुक्त पंचायत एवं फैमली केयरगिवर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी जिसका उद्देश्य समाज से टीबी की बीमारी को भारत से 2025 तक समाप्त करना है, जिसके अन्तर्गत 26 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण डा.रामनरेश सोनी, जिला क्षय रोग अधिकारी, डा.सौरभ सक्सेना, उप जिला क्षय रोग अधिकारी तथा डब्लू.एच.ओ. कन्सलटेन्ट डा.शिव जोशी एवं शिवराम पटेल (डी.पी.सी.) के द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण में सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद द्वारा बताया गया कि टी.बी. मुक्त पंचायत घोषित करने के लिये सबसे पहले पंचायत की शुरूआती बैठक करना है। टी.बी. मुक्त पंचायत की तैयारी ग्राम पंचायत को अपना टी.बी. मुक्त पंचायत का दावा ब्लॉक पंचायत के माध्यम से जिला क्षय रोग अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। जिला टीम के द्वारा टी.बी. मुक्त पंचायत की घोषणा और अंत में प्रमाण पत्र जारी करना, टी.बी. पंचायत पहल की रिकॉर्डिंग एवं रिर्पोटिंग करना शामिल है। हम किसी ग्राम पंचायत को टी.बी. मुक्त तब कह सकेंगे जब उस ग्राम पंचायत में एक हजार की आबादी पर कम से कम 30 सम्भावित टी.बी. के मरीजों की जांच हो। ग्राम पंचायत में एक हजार की आबादी पर एक या एक से कम टी.बी. का मरीज निकला हो। टी.बी. के उपचार की सफलता दर 85 प्रतिशत से अधिक हो, जो टी.बी.के मरीज निकले हो उनमें से दवा संवेदनशीलता की जांच दर 60 प्रतिशत से अधिक हो, निक्षय पोषण योजना शत-प्रतिशत एवं प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त अभियान के अन्तर्गत टी.बी. मरीजो के द्वारा प्राप्त पोषण संबंधी सहायता शत-प्रतिशत हो। सीएमओ ने ग्राम पंचायतों को टी.बी. मुक्त बनाने हेतु जनसामान्य से सहयोग की अपील की।