अम्बेडकरनगर दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस के उजाले से हुई, तो टाण्डा नगर क्षेत्र में भी उत्साह और सतर्कता का अनोखा संगम देखने को मिला उपजिलाधिकारी डॉ. शशि शेखर ने इस पावन अवसर पर टाण्डा कोतवाल दीपक रघुवंशी के साथ मिलकर व्यापक भ्रमण किया, जिससे शहरवासियों में सुरक्षा का अटूट विश्वास जागा। यह प्रयास न केवल बाजारों में चहल-पहल को सुरक्षित बनाया, बल्कि दुकानदारों के चेहरे पर भी मुस्कान बिखेर गया।डॉ. शशि शेखर, जो अपने कुशल प्रशासन और जन-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए जाना जाते हैं, ने सुबह से ही टाण्डा के प्रमुख बाजारो आसपास के व्यावसायिक इलाकों—का सघन दौरा किया।
पुलिस टीम के साथ मिलकर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, ट्रैफिक प्रवाह सुनिश्चित किया और संभावित जोखिमों पर तत्काल निगरानी के निर्देश दिए। “धनतेरस दीपावली का त्योहार समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक है, लेकिन सुरक्षा ही इसका आधार है। हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक बिना किसी चिंता के खरीदारी का आनंद ले सके,” डॉ. शेखर ने भ्रमण के दौरान बताया।भ्रमण के दौरान सबसे हृदयस्पर्शी पल तब आया जब डॉ. शेखर ने दुकानदारों से सीधा संवाद किया। उन्होंने सोने-चांदी के ज्वेलर्स से लेकर बर्तन विक्रेताओं तक सभी से बातचीत की, उनकी समस्याएं सुनीं और त्योहार के दौरान विशेष छूट व सुविधाओं की जानकारी साझा की। एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “सर का आना ही हमारी सुरक्षा की गारंटी है।
उनकी सलाह से हमारा कारोबार और मजबूत होता है।” इस संवाद ने न केवल व्यापारियों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि आने वाले दिवाली उत्सव के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार कर दिया।पुलिस प्रशासन के इस संयुक्त प्रयास से टाण्डा के बाजारों में कोई असामान्य घटना दर्ज नहीं हुई। सीसीटीवी निगरानी, पेट्रोलिंग और जागरूकता अभियान जैसी पहलों ने शहर को एक सुरक्षित छत्र बना दिया। डॉ. शशि शेखर ने अंत में सभी से अपील की कि वे मास्क पहनें, भीड़ से बचें और स्वास्थ्य नियमों का पालन करें, ताकि यह त्योहार यादगार बने न कि चिंताजनक।टाण्डा प्रशासन की यह पहल न केवल प्रशासनिक कुशलता का उदाहरण है, बल्कि जन-भागीदारी की मिसाल भी।





