उरई ( जालौन)। इप्टा की कार्यशाला में बाल एवं युवा रंगकर्मी विभिन्न एक्ट करने में जमकर पसीना बहा रहे हैं। सिद्ध हस्त रंगकर्मियों का सानिध्य पाकर प्रतिभाएं निखर रहीं हैं। 25वीं निःशुल्क बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला में लखनऊ से आई प्रशिक्षक विनीता सिंह ने कहा, सांस्कृतिक चेतना के द्वारा समाज को नई दिशा दी जा सकती है। बुंदेलखंड क्षेत्र में अभूतपूर्व कलाएं हैं लेकिन उनको उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि यह कलाएं अपना अस्तित्व खोतीं जा रही हैं। सांस्कृतिक एकता को बनाए रखने में इप्टा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इप्टा नगर अध्यक्ष अधिवक्ता अनिल कुमार वैद ने कहा, इप्टा कार्यशाला के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास हो रहा है। इनको मुकाम जरूर मिलेगा बशर्तें पूर्ण निष्ठा और लगन के साथ अपने कार्य में लगा जाए। उभरती हुई अभिनेत्री एवं प्रशिक्षिका स्नेहा कुमारी ने नाटकों एवं जनगीतों का अभ्यास कराया। आभार व्यक्त योगेंद्र सिंह कुशवाहा ने जताया। पारसमणि अग्रवाल, अंकुर राठौर, यूनिस राईन, उन्नति सोनी, काजल दुवे, उन्नति दुवे, हर्षिका यादव, सौम्या झा, अवंतिका सोनी, परी कुशवाहा, अनुभा पटेल, सुफिया, आराध्या गुप्ता आदि रहे।