बाराबंकी। स्व. श्यामलाल वाजपेयी का नाम कांग्रेस के क्रान्तिकारी नेताओं में शुमार था। वह राजनीति में संघर्ष के पर्याय थे। उनकी पहचान को शिवशंकर शुक्ला ने जिन्दा रखा है। जो हर साल उनकी स्मृति में सदभावना दिवस मनाने है। भावी युवा पीढ़ी को स्व. वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। यह बात विकास भवन रोड स्थित शान्ति पुरम में प्रभाकर सिंह के आवास पर आयोजित लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष तथा प्रदेश सरकार के मंत्री रहे स्व. पं. श्याम लाल बाजपेयी की 25वीं पुण्यतिथि पर मुख्य अतिथि सांसद तुनज पुनिया ने कही। इस अवसर पर लोगों ने एकत्र होकर स्व. श्यामलाल वाजपेयी के वैचारिक संघर्षों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस मौके पर कांग्रेस नेता एवं कार्यक्रम संयोजक शिवशंकर शुक्ला ने सांसद तनुज पुनिया से नगर में स्व. श्यामलाल वाजपेयी की आदमकद मूर्ति लगवाने और उनका स्मारक बनवाने की मांग की। सभा की अध्यक्षता कर रहे उ.प्र. कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन धीरेन्द्र वर्मा ने श्याम लाल बाजपेयी के प्रतिभाशाली व्यक्तित्व और मुखर कृतित्व से जुड़ी उनकी यादों को साझा किया। उन्होंने कहा कि बाजपेयी जी किसी के सामने झुकना और अनैतिक बात के दबाव में आने वाले व्यक्ति नहीं थे। उनकी राजनीति में कमी आज भी महसूस होती है। वह प्रतिष्ठित, निडर और संघर्षशील राजनेता थे। कार्यक्रम संयोजक शिव शंकर शुक्ला ने स्व. वाजपेयी को सामाजिक क्रांति का पुरोधा बताया। उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने छात्र जीवन से लेकर राजनैतिक जीवन तक संघर्ष किया। जो प्रेरणादायी है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सईद अहमद ने कहा कि पं. श्याम लाल वाजपेयी का नाम लेने से ऐसे विराट व्यक्ति का बोध होता है, जिसके व्यक्तित्व की व्यापकता असीमित है। इस मौके पर सांसद तनुज पुनिया, उ.प्र. कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन धीरेन्द्र वर्मा, कांग्रेस नेता सईद अहमद, कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष कमल चन्द भल्ला, जिला बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेन्द्र यादव, बार के उपाध्यक्ष राकेश तिवारी, अंकित सिंह रैकवार, सुरेन्द्र नाथ मिश्र, राजेश पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह, केशवराम, राजेन्द्र प्रसाद गोस्वामी, शिवम एवोकेट, अवधेश मिश्रा, धुन्नी सिंह, महेन्द्र सिंह, अभय कुमार वाजपेयी, सरजू प्रसाद वर्मा, रामपाल यादव, चन्द्र प्रकाश, ओमकार मिश्रा, धर्मेन्द्र अवस्थी, उपेन्द्र सिंह, कमलेश यादव आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
25वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए छात्रनेता एवं पूर्व मंत्री पं श्यामलाल वाजपेयी
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