Tuesday, May 13, 2025
spot_img
HomeUttar Pradeshbandaलौहरा मौरंग खदान के खोदे गढ्ढे में डूबकर छात्र की मौत

लौहरा मौरंग खदान के खोदे गढ्ढे में डूबकर छात्र की मौत

अवधनामा संवाददाता
लोहरा खदान संचालक की मनमानी ने ली छात्र की जान
आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रखकर लगाया जाम
 मौके पर पहुंचे चित्रकूट के सपा विधायक

बांदा। नदी नहाने गए छात्र की बागै नदी में डूबकर हुई दर्दनाक मौत, परिजनों ने बालू पट्टेधारक पर नदी के बीच जलधारा से पोकलैंड से बालू निकलाने का आरोप लगाया है। अवैध खनन की वजह से नदी में हुए गहरे गड्डो में युवक के फंसने से हुई मौत से अक्रोशित ग्रामीणों ने नदी किनारे शव रखकर न्याय की गुहार लगाई घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुँचा प्रशासन जाँच में जुटा, विधायक अनिल प्रधान के पहुंचने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सुबह 8 बजे रविवार को महेश पुत्र बिंदा, विवेक पुत्र सुमेर, सुभाष पुत्र छेदीलाल ,सचिन पुत्र कुबेर बागे नदी मे नहाने गए हुए थे। कि अचानक सचिन पुत्र कुबेर उम्र लगभग 17 साल गहरे पानी में डूबने लगा बाकी साथियों ने आसपास खड़े लोगों को आवाज लगाई लेकिन बचाओ के लिए कोई नही पहुंच। बालू ठेकेदारों और उसके गुर्गों ने देखा की कोई पानी में डूब रहा है। तो आनन-फानन में सारे ट्रक ट्रैक्टर पोकलैन मशीन लेकर सभी लोग घाट से भाग गए। वहीं पास में नदी किनारे बारी लगाए हुए बडकू एवं हरिशचंद निषाद ने जब आवाज सुनी तो दौड़कर घाट के पास पहुंचे और पानी में कूदकर डूबते हुए सचिन को बचाने का प्रयास किया लेकिन तब तक पानी में डूबने से सचिन की मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी पर गडौली गांव के हजारों लोग घाट पर इकट्ठे हुए। जिनको देखकर बालू माफिया के गुर्गे ने पोकलेन मशीन ऊपर आग लगाकर वहां से भाग गए घटना की जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अमला को हुई। तो में एसडीएम राजापुर एवं तहसीलदार राजापुर व सरधुवा पुलिस मौके पर पहुंची लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया लोगों द्वारा अवैध खनन की बार-बार शिकायत करने की बात कही गई और कहा गया कि हमारी बात पर शासन प्रशासन ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया ना ऐसी ना ऐसी घटना होती। मामला को संज्ञान में ले लिया जाता तो हमारे बच्चे की जान बच सकती थी। बालू माफियाओं द्वारा बांदा जिले में खुदाई का कार्य किया जा रहा है। लेकिन बांदा जिले में खुदाई के अलावा भी चित्रकूट जनपद की सीमा पर भी अवैध खनन कर रहे हैं। जिससे नदी की जलधारा मे गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिन पर फसने के बाद लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे ही एक घटना हफ्ते पहले गांव के ही पुरुषोत्तम पांडेय एवं कृष्ण चंद्र तिवारी के दो बच्चे भी इसी स्थान पर डूब रहे थे। लेकिन पास में उनके साथ नहाने गए लोगों की सक्रियता के कारण उन्हें डूबने से बचाया जा सकता है। उप जिलाधिकारी राजापुर प्रमोद झा ने कहा कि युवक सचिन वर्मा की डूबने से मौत हो गयी है जो भी शासन से मिलने वाली सांत्वना राशि है जल्द से जल्द दिलाई जायेगी। वही पुत्र की मौत से पिता कुबेर व माता फूलमती का रो-रो कर बुरा हाल है। भाई विक्की भी बदहवास की हालत मे है। इस मौके पर सदर विधायक अनिल प्रधान, अपर पुलिस अधीक्षक चित्रकूट चक्रपाणि त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी कुंवर बहादुर सिंह, क्षेत्राधिकार राजापुर शीतल प्रसाद पांडेय, उप जिलाधिकारी राजापुर प्रमोद झा, तहसीलदार राजापुर संजय अग्रहरी, थाना पहाड़ी प्रभारी राम सिंह, थाना सरधुवा प्रभारी प्रवीण सिंह, थाना राजापुर प्रभारी भास्कर मिश्र, नायब तहसीलदार राजापुर पुष्पेंद्र सिंह गौतम, लेखपाल लाल बहादुर, ग्राम प्रधान गडौली सहित पीएसी बल मौजूद रहा।

खनिज विभाग की लापरवाही बनी हादसे का सबब
बांदा। सूत्रों की मानें तो कई बार लोहर के दबंग खदान संचालक की करतूतों के चित्रकूट के खनिज अधिकारी और जिलाधिकारी ने पत्र लिखकर खनन पर रोक लगाने और खदान संचालक की मनमानी को रोकने के लिए कहा था। लेकिन खदान संचालक की मिली भगत के चलते खनिज अधिकारी ने मामले को ठंडे बस्ते में डाले रखा। जिसका नतीजे में छात्र को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी।

मीडिया को भी धमका चुका है खदान संचालक
बांदा। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय और स्थानीय रिपोर्टरों ने जब खदान की गडबड़ी के विषय जानकारी लेने की कोशिश की तो दबंग खदान संचालक सत्ता के नशे में चूर होकर मिडिया वालों को भी फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दे चुका है। अब देखना यह है कि इस घटना के बाद प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular