गोरखपुर में प्रदेश का पहला हाथी का बाड़ा बनकर तैयार, दिसंबर में आएगा गंगाराम

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UP के गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में राज्य का पहला हाथी बाड़ा बनकर तैयार हो गया है। इस बाड़े में दिसंबर के अंत तक गंगाराम नाम के हाथी को लाया जाएगा। गंगाराम को पिछले साल चिलुआताल के मोहम्मदपुर माफी में एक यज्ञ की कलश यात्रा में शामिल किया गया था जहाँ उसने तीन लोगों की मौत के बाद वन विभाग द्वारा रेस्क्यू किया गया था।

शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में पहले चरण में गंगाराम (हाथी) का बाड़ा बनकर तैयार हो चुका है। हाथी के लिए बनने वाला यह बाड़ा प्रदेश का पहला होगा। हालांकि यहां पर चिन्हित एक हेक्टेयर जमीन में दो बाड़े प्रस्तावित है। 

दिसंबंर के अंत तक गंगाराम को लाने के बाद दूसरा बाड़ा बनाने का कार्य शुरु होगा। इसकी निगरानी के लिए आवश्यकता अनुसार बाड़े में सीसी कैमरे भी लगाए जाएंगे। चिड़ियाघर प्रशासन बाड़े का लोकार्पण सीएम से कराने की तैयारी कर रहा है। 

चिलुआताल के मोहम्मदपुर माफी में 15 फरवरी, 2023 को यज्ञ की कलश यात्रा में गंगाराम शामिल हुआ था। किसी कारण से वह बिदक गया और फिर दो महिलाओं व चार वर्षीय बच्चे को सूंड से लपेटकर पटक दिया और कुचल दिया। तीनों की मौत के बाद वन विभाग की टीम ने हाथी को रेस्क्यू किया और विनोद वन में रखा।

इसके बाद 16 फरवरी से विनोद वन को दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया। कुछ दिन बाद जब हाथी का कोई मालिक नहीं आया तो उच्चाधिकारियों ने हाथी को लावारिश घोषित करते हुए चिड़ियाघर में रखने का फैसला लिया।

केंद्रीय जू अथारटी के नियमानुसार चिड़ियाघर में दो हाथी को एक साथ रखना होता है। जिसके बाद चिड़ियाघर प्रशासन ने हाथी के दो बाड़े के लिए जमीन चिन्हित की और 16.58 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा। जिसे मंजूर करते हुए शासन ने पहले चरण में दो करोड़ 10 लाख रुपये भेजा। इसके बाद से कार्यदायी संस्था ने बाड़ा बनाने का काम शुरु ही किया था कि वर्षा का मौसम आ गया।

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चहारदीवारी के लिए खोदे गए गड्डों में पानी भरने से काम रुक गया। जिससे पूर्व में निर्धारित अक्टूबर में गंगाराम को बाड़े में शिफ्ट करने में देरी हुई। चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि सितंबर से काम में तेजी आई है। बाड़ा बन चुका है। कुछ अंदर के काम बाकी है। जो 10 दिन में पूरा हो जाएगा।

इसके साथ ही तितलीघर का भी होगा लोकार्पण

चिड़ियाघर में तितलीघर के भी जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है। यहां पर बड़ी खिड़कियां खोली गईं है, ऊपर एक्जास्ट लगाया गया, ताकि अंदर की गर्मी बाहर निकल सके और नए पौधे लगाए गए हैं। तितलियों के लिए कोस्मोस, चंपा, गेंदा, मदार, चमेली, गुलाब, बटरफ्लाई बुश, लैंटाना, जेनिया, मरिगोल्ड, सूरजमुखी, हिबिस्कस, पेटुनिया, डहेलिया आदि को तितलीघर में लगाया गया है। चिड़ियाघर प्रशासन हाथी के बाड़े के साथ तितलीघर का लोकार्पण और एक्वेरियम का शिलान्यास एक साथ सीएम योगी आदित्यनाथ से कराने की तैयारी में जुटा है।

 

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