अवधनामा संवाददाता
अयोध्या।(Ayodhya) केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना काल में अपनी गलतियों से सबक लेते हुए राजनीति से ऊपर उठकर राजधर्म निभाने तथा महामारी से लोगों के जीवन और जीविका को बचाने की मांग समजवादी जनता पार्टी ने की है। उक्त बिचार पार्टी के प्रदेश के अध्यक्ष और समाजवादी विचार मंच के प्रदेश संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। उन्होंने बताया यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी की दूसरी लहर को सरकार आपदा में अवसर तलाशने की व्यापारिक सोच एवं क्रूर राजनीति के कारण देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण दिनों दिन भयावह रूप लेता जा रहा है और सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन लगभग चार लाख संक्रमित और चार हजार लोग समुचित चिकित्सा के अभाव में अकाल मृत्यु के शिकार हो रहे हैं। सरकार द्वारा चिकित्सा वैज्ञानिकों की पूर्वानुमान चेतावनी और सलाह को अनदेखा कर रही है। यही नहीं सरकार चिकित्सा सुविधा के तौर पर ऑक्सीजन दवाओं एवं अस्पतालों और चिकित्सकों की प्राथमिकता के आधार पर समुचित व्यवस्था नहीं की गई और आपदा को अवसर में बदलने की नीति के तहत अपने राजनैतिक वर्चस्व के लिए विधान सभाओं से लेकर प्रदेश पंचायत चुनाव एवं हरिद्वार कुंभ मेले के आयोजन में पूरी राजनैतिक एवं शासन की शक्ति को लगा दिया जिसका परिणाम कोरोना महामारी भयंकर स्थिति में हमारे सामने है। देश व प्रदेश में सीमित लॉकडाउन के बावजूद स्थिति में कोई सुधार होता नहीं दिखाई दे रहा है जहां शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में संक्रमण के बढ़ने की शुरुआत हो गई है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि केंद्र व प्रदेश सरकार न्यायपालिका की टिप्पणियों एवं चेतावनीओं का भी कोई प्रभाव पढ़ता दिखलाई नहीं दे रहा है और वे अपनी गलतियों से सबक लेने और पूरी ताकत से चिकित्सा, ऑक्सीजन, बेड और दवाइयों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के बजाय सच्चाई पर पर्दा डालने वह अपनी छवि बचाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप एवं झूठे प्रचार का सहारा ले रही हैं। पार्टी ने चिकित्सा सुविधा के अभाव में अकाल मृत्यु के शिकार लोगों के प्रति गहरी संवेदना एवं शोक प्रकट करते हुए उनके परिजनों से धैर्य और संयम रखने की अपील किया है। सजपा ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिवारों को समुचित आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित करें। पार्टी ने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग किया है कि आपदा में अवसर तलाशने की संकीर्ण राजनैतिक सोच को त्याग कर चिकित्सा वैज्ञानिकों के विश्वव्यापी कोरोना महामारी के देश में तीसरी लहर के चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए मिलजुल कर समन्वय के साथ केंद्रीय स्तर से समय रहते बिना किसी भेदभाव आवश्यक चिकित्सीय प्रबंध एवं सावधानी और सतर्कता के लिए चिकित्सा वैज्ञानिकों के सलाह के अनुसार नए नियम बनाए जाएं और उनका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, जिससे कि आने वाली कोरोना महामारी की तीसरी लहर की चुनौती और संकट का सामना सभी नागरिक मिलजुल कर जिम्मेदारी के साथ कर सकें।
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