गढ़वाल राइफल्स के चार जवानों ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर इतिहास रचा। सेना के 22 पर्वतारोहियों के दल ने 27 मई को यह उपलब्धि हासिल की। इस दल में नायब सूबेदार सुनील सिंह हवलदार बलवंत सिंह लांसनायक धर्मेंद्र और हवलदार रघुवीर सिंह शामिल थे। विपरीत परिस्थितियों और मुश्किलों का सामना करते हुए उन्होंने देश को गौरवान्वित किया। इस अभियान का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज जोशी ने किया था।
गढ़वाल राइफल्स के चार जवानों ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। मंगलवार को उन्होंने सेना के पर्वतारोही दल के साथ माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। इससे लैंसडौन स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट में खुशी का वातावरण है।
गढ़वाल रेजीमेंट के ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी ने बताया कि नई दिल्ली से 10 अप्रैल को लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज जोशी के नेतृत्व में सेना के 22 पर्वतारोहियों का दल 8,848 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट पर आरोहण के लिए रवाना हुआ था।
दल में छठवीं गढ़वाल राइफल्स के नायब सूबेदार सुनील सिंह, गढ़वाल स्काउट के हवलदार बलवंत सिंह व लांसनायक धर्मेंद्र और 13वीं गढ़वाल राइफल्स के हवलदार रघुवीर सिंह भी शामिल थे।
हिमालय के विषम मौसम और भौगोलिक चुनौतियों को पार करते हुए यह दल 27 मई को माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचा। इस चुनौतीपूर्ण अभियान का संचालन लेफ्टिनेंट कर्नल भानू पाठक, मेजर महक मेहता और मेजर अनिरुद्ध यादव ने किया।
“ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी ने कहा कि इस अभियान में जवानों ने न केवल पर्वतारोहण की कठिनाइयों को पार किया, बल्कि पूरी सेना और गढ़वाल राइफल्स को गौरवान्वित किया है। यह अभियान जवानों के साहस और हिमालयी चुनौतियों से जूझने की उनकी अदम्य भावना का प्रतीक है।