उरई(जालौन)। लंबे समय से दिल्ली से आने वाली स्लीपर बसों में यात्रियों के साथ माल ढुलाई कर राजस्व चोरी की जा रही है। सुबह जीएसटी विभाग ने इस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन स्लीपर बसों को पकड़ लिया। यह सभी बसें दिल्ली से माल लेकर जालौन पहुंची थीं। टीम ने बसों को गल्ला मंडी में खड़ा कराया और माल की गिनती शुरू की। कार्रवाई के दौरान यह साफ हुआ कि यात्रियों के साथ भारी मात्रा में व्यापारिक सामान बसों से ढोया जा रहा था, जबकि इनकी आड़ में कर चोरी की जा रही थी।
अभियान का नेतृत्व असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी एच शेखर और राज्य कर अधिकारी रामानंद ने किया। उनकी टीम ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय चौराहे पर विशेष चेकिंग अभियान चलाकर बसों को रोका। बताया जा रहा है कि नगर से होकर प्रतिदिन करीब आधा दर्जन स्लीपर बसों का संचालन दिल्ली के लिए होता है। आमतौर पर इन बसों में यात्री तो होते ही हैं, लेकिन दुकानदार भी माल भिजवाने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं।
इस तरीके से बड़ी मात्रा में सामान बिना वैध बिल और दस्तावेज के एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाता है, जिससे शासन को राजस्व का नुकसान होता है। कार्रवाई में तीन स्लीपर बसों को पकड़ा गया है। यात्रियों को उतारकर इन बसों को गल्ला मंडी में खड़ा कराया गया है। कार्रवाई के बाद बसों को गल्ला मंडी में खड़ा कर माल की गिनती की जा रही है। जीएसटी टीम अब इन मालों के बिल और संबंधित कागजात की जांच कर रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि व्यापारी वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने में असफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अचानक हुई इस कार्रवाई से अन्य स्लीपर बस संचालकों और व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। फिलहाल माल की गिनती की जा रही है। गिनती होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।