Sunday, April 28, 2024
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जगन्नाथ रथयात्रा की तरह मिले अज़ादारी की छूट: शिया परसनल ला बोर्ड 

जगन्नाथ रथयात्रा की तरह मिले अज़ादारी की छूट: शिया परसनल ला बोर्ड

बोर्ड पदाधिकारियों ने एक स्वर से कहा कि अजादारी अय्यामे हुसैन हर हाल में होना है

लखनऊ।
आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि  जगन्नाथ की रथयात्रा की तरह कुछ शर्तों के साथ अय्यामे अजा माहे मोहर्रम की मजलिसों और जुलूस निकालने की इजाजत मिलना चाहिए।इसी के साथ बोर्ड ने मोहर्रम की तयारी करने को भी कहा  मंगलवार रात बोर्ड कार्यकारिणी पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक में कोरोना महामारी के चलते अगले दो महीने बाद आरम्भ होने वाले मोहर्रम को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गयी। देर रात तक चली बैठक में बोर्ड पदाधिकारियों ने एक स्वर से कहा कि अजादारी अय्यामे हुसैन हर हाल में होना है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अजादारी करें। इससे पहले बैठक का आगाज कारी नदीम नजफी ने तिलावते कलामे पाक से किया। बैठक की ऑनलाइन अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना साएम मेहदी ने की, जबकि बोर्ड महासचिव व प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने बोर्ड के कामों की रिपोर्ट पेश की।
बैठक में मौलाना जाहिद अहमद रिजवी ने कहा कि कोरोना के हालात इसी तरह रहे तो हमें पहले से अय्यामे अजा के इंतेजाम कर लेना चाहिए और मरजा-ए-कराम के निर्देशों पर भी अमल होना चाहिए। मौलाना जहीर अब्बास ने बैठक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अजादारी अय्यामे हुसैन हर हाल में होना है। बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना एजाज अतहर ने कहा कि जिस तरह उच्चतम न्यायालय ने जगन्नाथ रथयात्रा को शर्तों के साथ अनुमति दी, उसी तरह अजादारी जुलूसों की इजाजत मिलना चाहिए। बोर्ड महासचिव व प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हमें सरकारी, चिकित्सीय और विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों को भी ध्यान में रखना चाहिए। मौलाना इस्लाम जामिन जाफरी ने कहा कि अकीदे को बचाने के लिए लोगों को सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अजादारी हर हाल में जरूरी है। ऑनलाइन बैठक में देश के विभिन्न प्रांतों सहित ईरान-इराक से ऑनलाइन शामिल हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अजादारी करें और कर्बला, इमामबाड़ा, दरगाह में मजलिसें करें, क्योंकि अजादारी हमारी जिंदगी का मकसद और दुख्तरे रसूल की तमन्ना है। बैठक में मौलाना शबाब नकवी, मौलाना मिकदाद आब्दी, मौलाना असद यावर, मौलाना जकी हसन, मौलाना तहजीबुल हसन, मौलाना मूसी रजा, मौलाना इंतिजाम हैदर, मौलाना जिल्ले मुजतबा, मौलाना गुलाम हुसैन सदफ जैदी, हुसैन नासिर सईद, डॉ. सरवत तकी, मंजर भोपाली, डॉ. इशरत हुसैन, मौलाना किरतास कर्बलाई, हैदर रजा, ईसा रजा सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य शामिल थे।

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