विधानसभा क्षेत्र विजयपुर में बुधवार को उपचुनाव कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच सम्पन्न हुआ। शाम 6.00 बजे तक 77.76 प्रतिशत ही मतदान हो सका। इस बीच वीरपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पोलिंग बूथों पर तनावपूर्ण माहौल नजर आया। हंगामे के चलते जहां कई पोलिंग बूथों पर कुछ देर के लिए मतदान रोक दिया गया। वहीं एक पोलिंग बूथ पर पीठासीन अधिकारी के साथ मारपीट कर दी गई। कुछ पोलिंग बूथों पर लोगों को वोट डालने से भी रोका गया लेकिन पुलिस हस्तक्षेप के बाद मतदान शुरू कराया गया। वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथों पर विशेष पुलिस बल तैनात रहा। जिले में आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते विधानसभा क्षेत्र के लिए निर्धारित की गई सीमाओं पर पुलिस की विशेष नजर रही।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला को पुलिस द्वारा बांसरैया सीमा पर ही रोक लिया गया। वहीं बांरा के रास्ते अपने समर्थकों के साथ श्योपुर आ रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को पुलिस द्वारा कुहांजापुर के पास रोक दिया गया। खास बात यह रही कि विजयपुर में तनाव के चलते पुलिस प्रशासन द्वारा मतदान के दौरान भाजपा व कांग्रेस दोनों प्रत्याशियों को रेस्ट हाउस में नजरबंद कर रखा गया।
इन मतदान केन्द्रों पर नजर आया तनाव
विजयपुर क्षेत्र के दोर्द पोलिंग बूथ क्रमांक 108 पर दोपहर के समय अनाचक हंगामा मच गया। यतेन्द्र छारी उपयंत्री पीएचई को इस पोलिंग बूथ का सेक्टर अधिकारी बनाया गया था। बुधवार को मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर सेक्टर अधिकारी भीड़ को नियंत्रित कर रहे थे जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया। देखते ही देखते लोग उग्र हो गए और सेक्टर अधिकारी के साथ मारपीट कर दी। पुलिस और ग्रामीणों के बीच-बचाव के बाद स्थिति काबू में आ सकी।
विजयपुर के मतदान केन्द्र क्रमांक 73 सीखेड़ा पर दोपहर करीब एक बजे भीड़ के बेकाबू हो जाने के कारण भगदड़ मच गई। लोगों ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों द्वारा मतदान किया जा रहा है। ऐसे में 15 मिनट के लिए मतदान प्रक्रिया को बीच में ही रोक दिया गया। पुलिस एवं सेक्टर अधिकारियों के मतदान केन्द्र पर पहुंचने के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया गया। इसके बाद मतदान प्रक्रिया शुरू हो सकी।
वीरपुर क्षेत्र के भैरूपुरा मतदान केन्द्र क्रमांक 69 पर कांग्रेस एजेंट द्वारा फर्जी मतदान की शिकायत की गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई लेकिन वीरपुर पुलिस एजेंट को ही उठा लाई। ऐसे में लोग भीड़ के साथ थाने पहुंचे और कुछ देर के लिए श्योपुर-मुरैना सड़क पर जाम लगाते हुए थाने का घेराव कर दिया। ऐसे में पोलिंग बूथ पर अधिकारियों के साथ पुलिस बल पहुंचा तब जाकर मतदान प्रक्रिया को पुन: शुरू कराया गया।