लखनऊ, 27 अक्टूबर,2020: सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, लखनऊ ने 5 वें राजमटाज़ का आयोजन कर मानो असंभव को संभव बना दिया।देश को लेकर डॉ. कलाम के विजन 2020 पर केंद्रित राजमटाज़ में पूरे देश के 21 स्कूलों ने गर्मजोशी से भागीदारी की।
इसमें कई ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रतियोगिताएं हुईं और वास्तविक की तुलना में ऑनलाइन प्रतियोगिताएं कम नहीं थीं।लगभग 30 आयोजनों में 300 विद्यार्थियों ने भागीदारी की और लगभग 60 निर्णायक थे! यह अनुभव सभी के लिए उत्साहपूर्ण था।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्री रिक्की केज भारत के ग्रेमी पुरस्कार विजेता संगीतकार और रचनाकार हैं और दयालुता के लिए यूनेस्को के दूत रहे हैं।
श्री केज ने संसाधनों का जिम्मेदारी के साथ उपयोग करने और एसडीजी के महत्व के बारे में बताया।दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण केवल 6 वर्ष का तबला उस्ताद वरन्या शास्त्री था जो अमेरिका के अटलांटा से हम से सीधे जुड़ा था।नन्हे उस्ताद की तबले पर थिरकती उंगलियों ने सब पर जादू कर दिया।
इस वर्ष राजमटाज़ के सभी आयोजनों को डॉ. कलाम की किताबों या उनके जीवन के यादगार पलों के नाम दिए गए।इनमें कुछ खास आयोजन थे: बोर्न टू ब्लॉसम, द कलाम इफेक्ट, रसम एन’ राइस, टर्निंग पॉइंट, रीइगनाइटेड, इगनाइटेड माइंड्स, व्हाट कैन आई गिव मूवमेंट (डिजाइन थिंकिंग), और विंग्स ऑफ फायर।अन्य आयोजनों में ‘टार्गेट 3 बिलियन (ट्रेजर हंट), गाइडिंग सोल्स (कठपुतलियों के जरिये कहानियां) खास उल्लेखनीय हैं।दर्शक लोकप्रिय बैंड व्हिस्पर्स आॅफ जैस्मीन में पश्चिमी धुनों पर थिरकते देखे गए। मिशन इंडिया, जिंगल बनाने में बच्चों के नए नए विचारों की प्रतिभा देख निर्णायक दंग रह गए।सीनियर विंग ने ‘कलाम, तूझे सलाम’ आयोजन में आत्ममंथन को प्रेरित करते डॉ. कलाम के संबोधनों पर केंद्रित बोलने की कला का प्रदर्शन किया।
दो दिवसीय समारोह भांगड़े पर दर्शकों के पैर थिरकने के साथ सम्पन्न हुआ समापन समारोह के मुख्य अतिथि रेडएफएम के क्लस्टर हेड श्री हेमेंद्र धर; रेडएफएम के आरजे तुषार और श्वेता थीं जिन्होंने मजेदार बातचीत से समां बांधदिया।राजमटाज़ की काॅर्डिनेटर सुश्री संगीता बत्रा ने दर्शकों को संबोधित किया और राजमटाज़ के वर्चुअल आयोजन की परिकल्पना को लेकर अपनी हार्दिक भावनाएं व्यक्त की।
इसके बाद परिणाम घोषित किए गए जिसका सभी को इंतजार था
आयोजन का समापन प्रधानाध्यापक श्री पंकज राठौर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
उन्होंने 5वें रज्जमाताज के आयोजन को अभूतपूर्व सफल बनाने में सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों, कर्मचारियों और प्रतिभागी स्कूलों की उत्साहवर्धक भागीदारी की सराहना की।