हरियाणा के पलवल निवासी विनीत रावत ने 2021 में भोजपुर में नरेश की हत्या की थी। 25 हजार के लेनदेन में उसने नरेश को गोली मार दी थी। हथियार भोजपुर से खरीदे थे। गिरफ्तारी के बाद वह गाजियाबाद कोर्ट से भाग गया और नीरज फरीदपुरिया गैंग में शामिल हो गया। विनीत के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
मोदीनगर। हरियाणा के पलवल के नीरज फरीदपुरिया व हिमांशु भाऊ गैंग के शूटर विनीत रावत उर्फ गोलू ने तीन साल पहले भोजपुर के मुकीमपुर गांव में नरेश की हत्या की थी।
दो सितंबर 2021 को महज 25 हजार के लेनदेन में कॉल कर स्कूल के पास बुलाकर नरेश की 14 गोली मारकर हत्या की। वारदात के लिए उसने दो पिस्टल भोजपुर के ही नाहली गांव से खरीदी थी। 12 सितंबर को भोजपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर डासना जेल भेजा। वहां से गाजियाबाद कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई के दौरान वह 2024 में पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला।
वहीं, चर्चा सामने आई थी जेल में ही उसके संपर्क में नीरज फरीदपुरिया व हिमांशु भाऊ गैंग के बदमाश आए। कोर्ट से भागने के बाद वह गैंग में शामिल हुआ और वारदात करने लगा। भोजपुर थाने में ही विनीत के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी मुकदमा दर्ज है। विनीत की शादी नहीं हुई है। बड़ा भाई व पिता किसान हैं।
परिवार के लोगों का कहना है कि पिछले दो साल से उनका विनीत से कोई संपर्क नहीं है। मुकीमपुर के लोगों का कहना है कि विनीत का स्वभाव शुरू से ही झगड़ालू था। वह आए दिन किसी ना किसी के साथ मारपीट व गाली-गलौज करता था। इसलिए लोग उससे कम की वास्ता रखते थे। जिस नरेश की विनीत ने हत्या की थी उसकी पत्नी सविता देवी वारदात से कुछ दिन पहले ही ग्राम पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई थी।
शुरू में पुलिस इसे चुनावी रंजिश से जोड़कर देख रही थी। लेकिन छानबीन में सामने आया कि तीन साल से नरेश व विनीत के बीच रुपयों को लेकर विवाद चल रहा था। इसी बीच नरेश ने विनीत से गाली-गलौज कर दी। जिसके बाद उसने प्री-प्लान तरीके से नरेश की हत्या की। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपित जेल भेजे थे। जिसमें एक अंकुश बिहार में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।