सुल्तानपुर।गोमती मित्र इसे संकल्प कहते हैं और आलोचक इसे सनक लेकिन गोमती मित्रों ने कभी भी आंधी,तूफान,बारिश,गर्मी,सर्दी जैसी परिस्थितियों के बावजूद खुद को अपने कर्तव्य पथ से विमुख नहीं किया,अटल है उनका स्वच्छता जागरूकता श्रमदान तभी तो सीताकुंड धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु अनायास ही बोल पड़ते हैं कि अगर गोमती मित्र ना होते तो यह पवित्र स्थल किस हाल में होता और यही गोमती मित्रों के लिए बहुत बड़ा पारितोषिक है,आम जनमानस का यही सोचना गोमती मित्रों को साहस प्रदान करता है।
रविवार 1 जून को भीषण गर्मी थी लेकिन प्रातः 6:00 बजे से श्रमदान शुरू कर गोमती मित्रों ने पूरे परिसर यहां तक की श्राद्ध स्थल जो अक्सर अछूता रह जाता है वहां तक पहुंच कर साथ ही मां गोमती की लहरों में उतरकर जो भी ऐसी वस्तु जो स्नान करने आए श्रद्धालुओं को नुकसान पहुंचा सकती है और जलधारा को प्रदूषित कर सकती है उसे भी निकलवाया व हटवाया गया।सायंकालीन आरती की तैयारी हुई।संरक्षक रतन कसौधन व प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन के नेतृत्व में मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,मुन्ना पाठक,सेनजीत कसौधन दाऊ, युवा मण्डल प्रदेश अध्यक्ष अजय वर्मा,अभय मिश्रा,राजीव कसौधन,राकेश सिंह दद्दू,राकेश मिश्रा,मुन्ना सोनी,आलोक तिवारी,श्याम मौर्या,सुजीत कसौधन,उग्रसेन सिंह,आयुष,अनुज सिंह,अभय सोनी आदि गोमती मित्रों ने पूरे समर्पण के साथ श्रमदान कार्यक्रम संपन्न कराया।