अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। सपा को अब पता चल गया होगा कि पसमांदा समाज के एकजुट होने का क्या नतीजा होगा। धोखेबाज सपा नेतृत्व को आइना दिखा रही है रामपुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत। अभी यह शुरुआत भर है और मैनपुरी की विजय पर मुगालते में न रहे, वह महज सहानुभूति की लहर ही थी। पसमांदा समाज को धोखा देने का सबक अब सामने आएगा।
यह बात आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने कही है। उन्होंने कहा कि नवाबों का शहर कहे गए रामपुर के उपचुनाव में भाजपा के आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के आसिम रजा को मात दी। भाजपा की यह जीत पसमांदा समाज के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। वहीं नवाबो को भी सही जवाब मिल गया होगा। इस जीत को लेकर बाराबंकी समेत पूरे यूपी में पसमांदा समाज के लोगों में खुशी की लहर है। प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन ने इसे पसमांदा मुसलमानों की जीत बताया है। वसीम राइन के मुताबिक रामपुर में हमेशा नवाबों का राज रहा है। इससे पहले हमेशा पसमांदा समाज के मुसलमानों का इस्तेमाल किया गया है इसीलिये पसमांदा मुसलमानों ने जागरुक होकर एकतरफा बीजेपी की तरफ वोट किया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले नेताओं ने केवल पसमांदा मुसलमानों के वोट का इस्तेमाल किया है। लेकिन अब पसमांदा मुसलमान बीजेपी के साथ है। इसीलिये रामपुर में बीजेपी का कैंडिडेट जीता है। वसीम राइन ने कहा कि समाजवादी पार्टी को यादवों से दोगुना वोट पसमांदा मुसलमानों ने दिया है। इसलिये पसमांदा मुसलमान अब सपा का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ है। उन्होंने पीएम मोदी से उम्मीद जताई है कि अब पसमांदा मुसलमानों को राजनीतिक हिस्सेदारी भी मिलेगी।