अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/डाला जनपद में कही ओवरलोड गाड़िया पकड़ी जा रही हैं तो कही जानबूझ कर नजर आ दाज किया जा रहा। इससे यह प्रतीत हो रहा कि आखिर कारण क्या है।
बिल्लीमारकुंडी के क्रशर क्षेत्र से जो गाड़िया चोपन के रास्ते रावर्ट्सगंज, मिर्जापुर, वाराणसी, को या आगे जा रही है उनकी जांच तीसरे नेत्र (CCTV) से भी की जा रही हैं । वही डाला क्रशर क्षेत्र से रेनुकूट, कोन, दुद्धी के तरफ जाने वाली लगभग सभी गाड़िया बिना नम्बर प्लेट, वैगर MM-11 के धड़ल्ले से जा रही है। MM-11 के बढ़ते दामों में विभाग व गाड़ी वालों की बल्ले-बल्ले है। देखा जाय तो इन गाड़ियों से जिम्मेदार भी अपना पल्ला झाड़ रहे है।
ऐसी की कुछ घटनाये घटी , जहां बिना नम्बर प्लेट की गाड़ी वैगर परमिट लिए खड़ी है। जिसकी सूचना खनन इंस्पेक्टर मनोज जी को दी गयी जहां यह कहते हुए ताल दिया गया कि मैं बिजी हु। आप खान अधिकारी से बात करें, पुलिस प्रशासन ने बताया मैं बाहर हु हमें देर लगेगी, जिम्मेदार खान अधिकारी को कई बार फोन के माध्यम से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो जनाब ने फोन नही उठाया, सवाल यह नही की अवैध कार्य किया जा रहा है। बल्कि सवाल यह है कि यह कार्य बिना डर, भय, के मिली भगत द्वारा कराया जा रहा है। डाला चौकी के जिम्मेदार सिपाही जिनकी ड्यूटी/जिम्मेदारी भी इन्ही गाड़ियों की शायद गिनती करना है। मौके पर पहुंचने के बाद नजर अंदाज कर निकल लिए है। क्या जिन्होंने खड़ा कराया ऐसी गाड़ियों को जब कुछ बवाल हो जाएगा उसके बाद संज्ञान में लेंगे। इससे जाहिर होता है कि गाड़ियों से सिपाही जी के कुछ पुराने सबन्ध हैं।
डाला शाहिद स्थल से 100 मीटर पर खनिज बैरियर लगा था जिसका खानापूर्ति में ही MM-11 जांच हो जाती है। और डाला पुलिस का जिम्मेदार सिपाही चौकी इंचार्ज के आखों में धूल झोंक इंट्री में परेशान हैं। जिनके पास लगभग सभी बिना नम्बर प्लेट के ट्रक, टिपर गाडियों का मोबाइल नंबर भी मौजूद है। वे रास्ते बताते चलते है। जिनका एक सूत्री कार्यक्रम है।