रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को डीक्यूएस से मिला प्लेटिनम कैटेगरी वाटर पॉजिटिव सर्टिफिकेशन

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वर्ष 2023 के दौरान कारखाने के वाटर फुटप्रिंट एवं वाटर रीसाइकिलिंग के कदमों के सख्त मूल्यांकन के बाद ऑटो मैन्यूफैक्चरर को मिला यह प्रमाणपत्र

चेन्नई: अंतरराष्ट्रीय जल दिवस 2024 के मौके पर रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (आरएनएआईपीएल) ने डीक्यूएस की तरफ से अपने वाटर पॉजिटिव ऑपरेशंस के लिए प्लेटिनम कैटेगरी सर्टिफिकेशन मिलने की घोषणा की है। डीक्यूएस ने फरवरी, 2024 में इस संबंध में कंपनी के ऑपरेशंस का सख्त ऑडिट किया था। डीक्यूएस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त आईएसओ सर्टिफिकेशन इकाई है। दुनियाभर में ऑडिट, एसेसमेंट और ट्रेनिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए इसे जाना जाता है।

यह सर्टिफिकेशन अपने कारखाने के वाटर फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में व्यापक रणनीति अपनाने में आरएनएआईपीएल की सफलता को दर्शाता है। कंपनी ने पानी के प्रयोग को कम करते हुए, वर्षा जल का संचयन करते हुएऔर वेस्टवाटर की रीसाइकिलिंग करते हुए वाटर फुटप्रिंट कम किया है। जलाशयों एवं अन्य जल स्रोतों को पुनर्जीवित करते हुए वाटर रीचार्ज के अन्य कदम भी इसका हिस्सा हैं। आरएनएआईपीएल जीरो-डिस्चार्ज प्लांट भी है, जहां कई औद्योगिक कार्यों में रीसाइकिल किए हुए पानी का प्रयोग किया जाता है।

आरएनएआईपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर कीर्ति प्रकाश ने इस उपलब्धि पर कहा, ‘सस्टेनेबिलिटी एवं जिम्मेदारी के साथ जल प्रबंधन (वाटर मैनेजमेंट) की दिशा में आरएनएआईपीएल ने सतत प्रतिबद्धता दिखाई है। डीक्यूएस की तरफ से हमारे वाटर पॉजिटिव ऑपरेशंस के लिए प्लेटिनम सर्टिफिकेशन मिलना हमारे प्रयासों की सफलता को दिखाता है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम पर्यावरण के अनुकूल परिचालन के मामले में नए मानक स्थापित करने की ओर बढ़ रहे हैं। हम आगे भी पानी के प्रयोग में अपनी दक्षता बढ़ाने और पर्यावरण पर अपनी तरफ से पड़ने वाले प्रभावों को न्यूनतम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे सभी के लिए ज्यादा उज्ज्वल एवं पर्यावरण के अनुकूल भविष्य सुनिश्चित होगा।’

जल संरक्षण की दिशा में आरएनएआईपीएल की कुछ अहम पहल निम्नलिखित हैं:

· आरएनएआईपीएल अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत पानी वर्षा जल संचयन (रेनवाटर हार्वेस्टिंग) से प्राप्त करती है। पूरे कारखाने से बारिश के पानी को एकत्र करते हुए उसे परिसर में बने तालाबों में संचित कर लिया जाता है।

· आरएनएआईपीएल अपने एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट एवं वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से निकले पानी का कई औद्योगिक कार्यों में पुन: प्रयोग करती है। इससे पानी की जरूरत को उल्लेखनीय रूप से कम करने में मदद मिली है।

· प्लांट ने हाल ही में अपनी सीवेज वाटर रीसाइकिलिंग की क्षमता को 120 किलोलीटर से बढ़ाकर 300 किलोलीटर प्रतिदिन किया है। यह प्रभावी तरीके से जल प्रबंधन करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

· आरएनएआईपीएल के उन्नत रेनवाटर हार्वेस्टिंग और वाटर रीसाइकिलिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर ने इसे वैश्विक स्तर पर रेनॉ निसान अलायंस के एक ऐसे कारखाने के रूप में स्थापित कर दिया है, जहां बाहरी जल स्रोतों पर निर्भरता बहुत कम हो गई है।

· आरएनएआईपीएल का लक्ष्य वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 2030 तक पानी के प्रयोग को 21 प्रतिशत तक कम करने का है।

· आरएनएआईपीएल नियमित रूप से वाटर ऑडिट करने, जरूरत के हिसाब से प्लम्बिंग को अपग्रेड करने और पानी के प्रयोग के लिए सख्त निगरानी की व्यवस्था करने जैसे कई कदमों के माध्यम से पानी के प्रयोग को कम कर रही है।

· स्थानीय समुदाय के लिए योगदान देने के लक्ष्य के साथ आरएनएआईपीएल ने इजीकर, कांडीगई, अप्पुर, सेरापनचेरी, वलयंकरनई, वायपूर, पेरिन्जामपक्कम और वत्तमपक्कम गांवों समेत ओरागदम एवं आसपास के क्षेत्रों के 10 नहरों एवं तालाबों को पुनर्जीवित करने की प्रतिबद्धता जताई है। इस दिशा में करीब 90 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है।

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