मध्य प्रदेश के बागी विधायकों ने बेंगलुरु से वीडियो संदेश जारी कर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा है कि अपनी मर्जी से बेंगलुरु में है। सूत्रों का कहना है कि बागी विधायकों ने यह वीडियो संदेश दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं को बेंगलुरु पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद जारी किया है।
वहीं, माना जा रहा है कि अब मुख्यमंत्री कमलनाथ बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु जा सकते हैं। जब पत्रकारों ने कमलनाथ से पूछा कि क्या वह रमाडा होटल में मौजूद विधायकों से मिलने बेंगलुरु जाएंगे तो उन्होंने कहा कि अगर जरूरत होती है तो जाऊंगा।
कांग्रेस के 22 विधायक अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं, छह विधायकों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इन विधायकों से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अन्य नेताओं के साथ बेंगलुरु पहुंचे।
कांग्रेस के बागी विधायकों ने वीडियो संदेश जारी कर कहा है, ‘वे अपनी मर्जी से बेंगलुरु आए हैं। बीते एक साल से हमारा कोई काम नहीं हुआ है, यहां हम लोग अपनी इच्छा से आए हैं। मेरा दिग्विजय सिंह व अन्य नेताओं से अनुरोध है कि वापस लौट जाएं क्योंकि हम उनसे मुलाकात नहीं करना चाहते।’
कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखने के साथ-साथ मीडिया को बताया, ‘बेंगलरु में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों एवं विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना एवं उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।
उन्होंने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज करते हुए कहा, ‘ना अभी भाजपा के पास बहुमत है, ना शिवराज सिंह को भाजपा विधायक दल ने अपना नेता चुना है, ना भाजपा की सरकार बनी है और ना कभी बनेगी। लेकिन शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री बनने के लिए हड़बड़ाहट एवं बेचैनी पूरा प्रदेश देख रहा है।’