कुंडा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह की पत्नी भानवी सिंह के विरुद्ध हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी, षडयंत्र समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुकदमा प्रतापगढ़ स्थित भदरी हाउस में रहने वाले द प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पूर्व निदेशक आशुतोष सिंह ने दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भानवी सिंह ने कंपनी के शेयर में हेराफेरी की है। इसके बाद उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाकर कंपनी के निदेशक पद से हटा दिया गया।
फर्जी इस्तीफे से पुत्री को बना दिया निदेशक
आशुतोष के मुताबिक, भानवी सिंह ने 17 नवंबर, 2007 को अपने हजरतगंज के आवास को कार्यालय दर्शाते हुए द प्रॉपर्टीज कंपनी बनाई थी। भानवी के साथ ही वह भी निदेशक नियुक्त हुए थे। कंपनी में लगातार लाभ को देखकर एकाधिकार करने की मंशा से भानवी इस्तीफा देने का उन पर दबाव बनाने लगी।
भानवी ने फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उनका त्यागपत्र तैयार किया। 27 फरवरी, 2017 को उन्होंने भदरी हाउस कार्यालय में बोर्ड की बैठक की और फर्जी त्यागपत्र को दिखाते हुए अपनी पुत्री को निदेशक बना दिया।
जब आशुतोष ने कंपनी रजिस्ट्रार कार्यालय कानपुर को त्यागपत्र निरस्त करने का प्रार्थनापत्र दिया तो भानवी और उनके सहयोगी जान से मारने की धमकी देने लगे। भानवी कंपनी के बचे शेयर भी सरेंडर करने का दबाव बना रही हैं।
“पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि भानवी पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
इस मामले में भानवी सिंह ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है। मीडिया से पता चला कि एक और रिपोर्ट मेरे खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में दर्ज हुई है। मैं जानने का प्रयास करूंगी कि आखिर मेरे खिलाफ फर्जी रिपोर्ट क्यों हो रही है। कौन इसका सूत्रधार है। क्या यहां बैठा कोई व्यक्ति स्वयं पार्टी बन गया है। अचरज यह है कि सारे मामले की जानकारी मुझे मीडिया से ही मिलते हैं। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का जिम्मा किसी ऐसी एजेंसी को दे दीजिए जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। उन्होंने इस पोस्ट को मुख्यमंत्री और डीजीपी भी टैग किया।