Wednesday, May 14, 2025
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सोरायसिस एक चमडी रोग है, आयुर्वेद में इसका इलाज संभव

अवधनामा संवाददाता

आयुर्वेदाचार्य डाक्टर हरीश वर्मा ने दी रोग के उपचार व बचाव की जानकारी

बांदा। आयुर्वेदाचार्य एवं कैनेडियन कालेज आफ आयुर्वेद एंड योग के प्रमुख डा. हरीश वर्मा ने सोरायसिस रोग व उसके उपचार तथा बचाव की जानकारी एक वेबीनार में दी। बताया कि सोरायसिस एक त्वचा रोग है जिससे त्वचा पर सफेद चमकीली पपड़ी सी बन जाती है साथ ही सूखे, कड़े चकत्ते बन जाते हैं। जो खुजलीदार हो सकते हैं कभी-कभी चमडी मोटी होने लगती है और उस पर खुरंड व पपड़ी उत्पन हो जाती हैं।
यह रोग स्केल्प (सिर के बालों के पीछे), हाथ-पांव अथवा हथेलियों, पांव के तलवों, नाख़ून, कोहनी, घुटनों, पीठ व सिर के बालों के पीछे अधिक होता है। हाथ व पैर की उंगलियों के नाखूनों में गड्ढे हो सकते हैं, और उनका रंग बदल सकता है। उनका उखड़ना भी शुरू हो सकता है या वे नाखून की जड़ से अलग हो सकते है। सोरायसिस एक आटोइम्युन डिसअर्डर व लंबी चलने वाली बीमारी है जो अक्सर आती-जाती है। सोरायसिस के क्रानिक और गंभीर होने पर 5 से 40 प्रतिशत रोगियों में जोड़ों का दर्द व सूजन जैसे लक्षण भी पाए जाते हैं। इस रोग के भयानक रूप में पूरा शारीर लाल रंग का पपडीदार चमडी से ढक जाता है। डा.हरीश वर्मा बताते हैं कि उन्होंने आयुर्वेद के प्राचीन चिकित्सा ग्रन्थों के आधार पर एक आयुर्वेदिक फार्मूला तैयार किया है जो सोरायसिस के रोगियों के लिये काफी कारगर है। डा.वर्मा ने बताया कि दो प्रकार की जड़ी बूटियों के समूह को एक खास अनुपात के मिश्रण से तैयार किया गया है यह फार्मूला एक ही समय पर दिया जाता है। प्रथम समूह में नीम, गिलोय, कालमेघ आदि तथा दूसरे समूह में हल्दी, वसाका, कंटकारी आदि दिये जाते हैं। बताया कि सोरायसिस के उपचार में बाह्य प्रयोग के लिए तेल की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह तेल सोरयासिस रोग की जगह पर लगाया जाता है। रात भर लगा रहने के बाद सुबह पानी से धो ले। यह उपचार लंबे समय तक दिन में दो बार करने से फ़ायदा होता है। इस बीमारी में दवाओं का सेवन लंबे समय तक करना होता है। दवाओं का सेवन नियम पूर्वक न करना भी बीमारी को आगे बढ़ाने में सहायक होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को खाने-पीने में शाकाहारी भोजन, हरी सब्जियां, फल आदि का प्रयोग करना चाहिए। आयुर्वेदाचार्य डाक्टर वर्मा ने बताया कि उन्होंने सोरायसिस के रोगियों के लिये हेल्पलाइन नबंर 9910672020 जारी किया है। यह जानकारी आयुर्वेदाचार्य से जुड़े राजीव कुमार ने दुबे दी।

रामबाण है तेल व जड़ी बूटियों का फार्मूला
आयुर्वेदाचार्य डाक्टर हरीश वर्मा का कहना है कि आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का उनका यह फार्मूला व तेल सोरायसिस रोग को खत्म के लिए रामबाण है। यह आयुर्वेदिक फार्मूला बहुत ही सस्ता है। बताया कि इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।

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