अवधनामा संवाददाता
जुलूस के बाद देश की खुशहाली और तरक़्की के लिए की गई दुआये
शाहे बगदाद पे जो दिल से फिदा होता है
मेरी नज़रों में वो किस्मत का बड़ा होता है
आफ़ते उसकी तरफ रुख़ नहीं कर सकती
जिसके दरवाज़े पर या गौस लिखा होता है
इटावा। ग्यारहवी शरीफ के मुबारक मौके पर पीरों के पीर हज़रत ग़ौसुल आज़म दस्तगीर शाहे जीलानी की शान में शहर भर में शानो-शौक़त और बहुत ही अदब के साथ उलमाए-इकराम की सरपरस्ती में मदरसा दारुल उलूम गौसिया तजवीदुल कुरआन आज़ाद नगर नई बस्ती से जुलूस-ए-गौसिया निकाला गया।कारी सरफराज़ आलम निज़ामी ने उलमाए-इकराम का गुलपोशी कर सबसे पहले इस्तक़बाल किया।हाफिज़ ग़ुलाम गौस ने कुरआन पाक की तिलावत की और उसके बाद जुलूस को डॉ०शुऐब अहमद चिश्ती नईमी सज्जादानशीन दरगाह चिश्तिया नईमिया व मौलाना उबैदुर्रहमान खान कादरी सदर जमात रजाये मुस्तफा ने हरी झंडी देकर जुलूस को रवाना किया।जुलूस का शहर में अकीदतमंदों ने जगह-जगह स्वागत किया।जुलूस में छोटे से बालक गुलाम मुहीउद्दीन,मुहम्मद शहवाज ने बेहतरीन आवाज़ में गौस पाक की शान में नात पेश की।जुलूस में सबसे आगे शहाबुद्दीन औए उनके साथी हाथों में लंबे परचम लिए चल रहे थे उसके पीछे उलमाए-इकराम और फिर थर्माकोल आदि से बनी सुंदर चौकिया लिए अकीदतमंद लबो पर नारों की सदाओं से आगे बढ़े चले जा रहे थे जिसमें नगर की सामाजिक संस्थाओं की कमेटियों के लोगों ने अपने-अपने मोहल्लों से चौकिया लाकर जुलूस की शोभा बढ़ाई।नगर के मदरसों से आये छोटे-छोटे बच्चे सरो पर टोपियां लगाए नात पढ़ते अदब के साथ चल रहे थे जो लोगों को अपनी ओर खींच रहे थे।अन्जुमन गुलामान-ए-हुसैन के लोगों ने चौकियों वाले हज़रात आदि का साफा पहनाकर स्वागत कर उनकी हौसला अफजाई की।मदरसा दारुल उलूम में जुलूस का समापन हुआ बाद नज़र पेश कर मुल्क में की खुशहाली और तरक़्क़ी,अमनो-अमान के लिए लोगों ने दुआये माँगी और उसके बाद लोगों ने लंगर चखा।कोतवाली के पास रौनक अशरफी आदि ने जुलूस में चल रहे उलमाए-इकराम का स्वागत किया।
जुलूस में मौलाना ज़ाहिद रज़ा,मौलाना वाजिद अशरफी,कारी शहवाज़ अनवर,हाजी मुइनुद्दीन गुड्डू मंसूरी,अन्जुमन गुलामान-ए-हुसैन के सरपरस्त हाजी अज़ीम वारसी,सदर हाजी रहीस अहमद चिश्ती, जनरल सेक्रेट्री वाई०के०शफी चिश्ती,कोषाध्यक्ष शेख़ नवाब,कमालुद्दीन चिश्ती,दिलशाद पहलवान,अज़हर,अनस अहमद के अलावा असलम खान,मुमताज़ चौधरी,सलीम अहमद खां आदि तमाम लोग मौजूद रहे।
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