इटावा,भरथना। हाजीपुरा मंदिर चैराहे पर किसान सभा द्वारा आयोजित सभा में किसानो-मजदूरों ने एकजुट होकर बिजली निजीकरण-स्मार्ट मीटर योजना रदद करने,समसपुर-विरौंधी माइनर की सफाई तथा बिजली कटौती रोकने आदि मांगों पर 11 जून को कचहरी पर प्रदर्शन में भाग लेने का संकल्प लिया।किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री मुकुट सिंह ने बतौर मुख्यवक्ता कहा कि योगी सरकार ने चुनाव में सभी को 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था किंतु पलटी मारते हुए इटावा सहित 42 जिलों की बिजली पूंजीपतियों को(प्रथम चरण) में सौप दी है।जिससे जनता को मंहगी बिजली का जोरदार झटका लगने जा रहा है।
बिजली का निजीकरण जनविरोधी कदम है,इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।मुकुट सिंह ने खेती किसानी के बढते संकट के लिए मोदी-योगी सरकार की पूंजीपरस्त नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस संकट से बचने के लिए एमएसपी की कानूनी गांरटी, कृषि बाजार नीति मसौदा वापस लेने, औने-पौने में भूमि की लूट रोकने कर्जा मुक्ति,मनरेगा का विस्तार करने के साथ ही बेरोजगारी,मंहगाई,भ्रष्टाचार,बढते अपराधो और नफरत की राजनीति पर रोक लगाने आदि के लिये व्यापक और संयुक्त आंदोलन करने पर बल दिया।
किसान सभा के जिलामंत्री संतोष शाक्य, चंद्रशेखर कृषि विश्वविधालय के पूर्व सहायक कुलसचिव डा.शौकीन सिंह ने किसानो से अपनी प्राणलेवा समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए एकजुट होकर आंदोलन करने की अपील करते हुए कहा कि उनकी एकता ही बचाव की गांरटी है और कोई उनकी सुनने बाला नही है,गांवो में कमेटियो के गठन कर किसानो को संगठित करें।सभा की अध्यक्षता रामदास,संचालन मंत्री प्रदीप यादव ने किया।क्षेत्रीय कमेटी के अध्यक्ष रनवीर सिंह यादव,शिवराज सिंह,रवीन्द्र यादव बृजेश तिवारी(विवौली),नरेश तिवारी,बृजेश तिवारी(पीपरीपुरा)आदि सहित बडी तादाद में किसानो ने भाग लिया।