अवधनामा जिला संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। जहाँ सरकार अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कह रही है लेकिन परिस्थति इसके विपरीत है और अस्पताल में बिजली पानी की बात तो छोड़िए बाउंड्री वाल भी नहीं है जिससे जहां अन्ना पशु अस्पताल में विचरण करते हैं तो वहीं रात में अस्पताल जुआरियों और शराबियों का अड्डा बन जाता है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम करहय्या स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दशा बद से बदतर है।जहां पर संसाधनों के नाम पर करोड़ों रुपए की लागत से बना भवन तो स्पष्ट दिखाई देता है लेकिन बाउंड्री वाल नहीं होने के कारण अस्पताल परिसर अन्ना मवेशियों के साथ ही जुआरियों और नशेड़ियों की सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।इतना ही नहीं अस्पताल में बिजली और पानी नहीं होने से स्वच्छता अभियान भी प्रभावित हो रहा है और मरीजों की बात तो अलग है डाक्टरों के पीने के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है और उन्हें पानी बाहर से लाना पड़ता है, लेकिन सबसे रोचक बात यह है कि पानी के नाम पर सरकार का हजारों रुपए खर्च कर एक टंकी जरूर लगा दी गई है जो बर्षों से लगी हुई पानी आने का इंतजार कर रही है लेकिन बिना बिजली के पानी कैसे आएगा यह भी सोचने की बात है कि अस्पताल परिसर में बिजली नहीं है।वहीं इस सम्बंध में सीएचसी अधीक्षक डा.रजत रंजन तिवारी ने बताया कि इन समस्याओं को लेकर अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है जल्द ही समस्याओं का समाधान हो जाएगा।