केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान आज स्वास्थ्य देखभाल, कृषि और स्थाई शहरों से जुड़े विषयों पर केंद्रित तीन कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उत्कृष्टता केंद्रों का शुभारंभ करेंगे। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है।
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, “विकसित भारत” के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर आधारित इन तीनों उत्कृष्टता केंद्रों का नेतृत्व उद्योग भागीदारों और स्टार्टअप के साथ मिलकर शीर्ष शैक्षणिक संस्थान करेंगे। इन तीनों क्षेत्रों में अंतःविषय अनुसंधान, अत्याधुनिक अनुप्रयोग का विकास और उपयुक्त समाधान तकनीकों का विकास शामिल है। इस पहल का उद्देश्य एक प्रभावी एआई तंत्र को सक्रिय करना और इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधनों का पोषण करना है।
पत्र सूचना कार्यालय की विज्ञप्ति के अनुसार, भारत में एआई को बढ़ावा देने औरकारगर बनाने के दृष्टिकोण के तहत इन केंद्रों की स्थापना की घोषणा 2023-24 के बजट घोषणा के पैरा 60 के तहत की गई थी। इसके अनुरूप, सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 की अवधि के दौरान 990.00 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय व्यय के साथ तीन एआई उत्कृष्टता केंद्रों के निर्माण को मंजूरी दी है। इस पहल के कार्यान्वयन की देखरेख के लिए एक शीर्ष समिति का गठन किया गया है। इसकी सह-अध्यक्षता जोहो कॉर्पोरेशन के संस्थापक और सीईओ डॉ. श्रीधर वेम्बू करेंगे।
शुभारंभ अवसर पर उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति, आईआईटी के निदेशक, उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुख, उद्योग क्षेत्र से जुड़े गणमान्य व्यक्ति, स्टार्ट-अप संस्थापक और भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।