अवधनामा संवाददाता
करीब एक सप्ताह से भूखे प्यासे बंद थे कमरे में।
स्थानीय लोगो की सूचना पर पुलिस ने रेस्क्यू कर सभी को भर्ती कराया।
शाहजहांपुर पुलिस ने एक ही परिवार के 7 लोगों का रेस्क्यू किया है। दो महिलाएं और 5 बच्चे पिछले 1 हफ्ते से एक ही कमरे में भूखे प्यासे बंद थे। सभी की मानसिक स्थिति बिगड़ी हुई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि तंत्र मंत्र विद्या के चलते सभी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। परिवार के साथ कोई बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस ने सभी को रेस्क्यू करके अस्पताल में भर्ती कराया जहां सभी का इलाज चल रहा है।मामला थाना तिलहर के बहादुरगंज इलाके का है जहां बनारसी नाम के व्यक्ति के मकान में पिछले 1 हफ्ते से कोई हलचल नहीं हो रही थी। शक होने पर कॉलोनी के लोगों ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद सीढ़ी लगा कर दो लोग घर के अंदर उतरे तो एक कमरे में सभी लोग अंदर बंद थे और कमरे को भी अंदर से लॉक कर रखा था। सभी लोग आपस में बहकी बहकी बातें कर रहे थे। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन अलग-अलग ताले तोड़कर मुख्य कमरे का ताला तोड़ा।जिसके बाद दो महिलाओं समेत पांच बच्चों का रेस्क्यू करके उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान मोहल्ले में भारी भीड़ लग गई। शक है कि तंत्र मंत्र विद्या के बाद सभी ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था। सभी के माथे पर चेहरे पर लाल रंग लगा हुआ था। सभी ने पिछले कई दिनों से खाना तक नहीं खाया था। अगर वक्त रहते सभी का रेस्क्यू नहीं किया जाता तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल पुलिस ने एंबुलेंस के जरिए सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है। जहां तीन लोगों की स्थिति ठीक ना होने पर सभी को मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है। फिलहाल यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।