बस स्टेशन और ददन सदन तिराहे पर शाम के समय राजनीतिक चर्चाओं के लिए मशहूर समाजसेवी व्यवसायी प्रमोद शुक्ल अब दुनिया में नहीं रहे।
समाजसेवी गल्ला व्यवसाई प्रमोद शुक्ल के निधन पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, व्यापारी और सामाजिक संगठनों तथा नगर के नागरिकों ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। प्रमोद शुक्ल मूल रूप से संग्रामपुर विकास खंड के बेलखरी गांव के निवासी थे।लम्बे समय से खेरौना में मकान बनाकर रहते थे।लम्बे समय से बीमार होने के कारण मंगलवार को निधन हो गया। प्रमोद शुक्ल व्यापार के साथ जीवन भर समाजसेवा में भी लगे रहे।बस स्टेशन चौराहे और ददन सदन तिराहे पर शाम को उनकी बैठकी होती थी और लोग लम्बे समय तक राजनीति पर चर्चा करते थे। पिछले काफी दिनों से हालत गंभीर होने के कारण वे चौराहे पर नहीं दिखाई पड़े और सुबह उनके निधन की खबर आई। प्रमोद शुक्ल,बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव उपेन्द्र शुक्ल के बड़े भाई थे। निधन से अधिवक्ताओं के साथ नगर के लोग दुखी हैं ।बार एसोसिएशन में शोक प्रस्ताव आया और वकीलों ने मौन धारण कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु शुक्ल,बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह, सचिव अनिल तिवारी, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला अध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल, बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आशीष शुक्ला, एडवोकेट मो कुद्दूस खां, धर्मेंद्र नाथ शुक्ल, पर्यावरण विद् डॉ अर्जुन पांडेय, डॉ नरेन्द्र मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार अम्बरीष मिश्र, माता प्रसाद शुक्ल, संतोष श्रीवास्तव, स्वामी नाथ शुक्ल, पूर्व प्रमुख अमरेन्द्र सिंह पिंटू, घनश्याम चौरसिया,बसपा के विधानसभा प्रभारी शमशेर बौद्ध, सपा नेता राजा सिंह, विधायक प्रतिनिधि अरुण प्रजापति,कवि और शिक्षक राम चन्द्र सरस, श्याम लाल,अमर सिंह, अरविंद सिंह कल्लू,शिव प्रसाद शुक्ल, पत्रकार राम कृष्ण मिश्र, मधुसूदन मिश्र, दिलीप कुमार, ललित कुमार, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष महेश सोनी, महामंत्री सुशील जायसवाल, सभासद फूलचंद कसौंधन ,रवि प्रताप सिंह आदि ने श्री शुक्ल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।





