उन्नाव की घटना से यूपी में सियासी भूचाल

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अवधनामा ब्यूरो

लखनऊ. राजधानी लखनऊ से सटे उन्नाव जिले के असोहा थाना इलाके के बबुरहा जंगल से जानवरों के लिए चारा लेने गई तीन में से दो किशोरियों की संदिग्ध मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील साजन का कहना है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है. बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. उन्नाव की घटना ने हम सभी को शर्मसार कर दिया है. पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अपराधों पर पर्दा डालने का काम कर रही है. समाजवादी पार्टी की नेता और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने इस बीच रीजेंसी अस्पताल जाकर तीसरी किशोरी का हालचाल लिया.

समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएँ आम होती जा रही हैं. उन्नाव में दो किशोरियों की संदिग्ध मौत मामले में समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि डाक्टरों का पैनल बनाकर किशोरियों का पोस्टमार्टम कराया जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके.

उन्नाव की घटना को योगी सरकार के माथे का कलंक बताते हुए कांग्रेस ने कहा है कि यूपी सरकार के दावे झूठ और फरेब के सिवाय कुछ नहीं हैं. यह शर्मनाक घटना है. इसने सरकार का इकबाल खत्म कर दिया है.

पूर्व सांसद उदित राज ने अस्पताल में भर्ती घटना की एकमात्र चश्मदीद को एयरलिफ्ट कर दिल्ली के एम्स भेजने को कहा है ताकि उसकी जान बच सके और घटना का खुलासा हो सके. भीम आर्मी के नेता चन्द्रशेखर आज़ाद ने इस एकमात्र गवाह किशोरी की सुरक्षा को सबसे अहम बताया है. उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार की कार्यशैली हाथरस में देखी जा चुकी है अब उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता.

उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा जंगल में कल दोपहर लगभग तीन बजे संतोष पासी की 16 वर्षीय पुत्री कोमल, सूरजपाल पासी की 13 साल की पुत्री काजल और सूर्य बली की 17 साल की पुत्री रौशनी अपने पशुओं के लिए चारा लेने गई थीं. वह शाम तक घर नहीं लौटीं तो घर वाले उन्हें खोजने निकले. जंगल में तीनों लड़कियां बंधी हुई मरणासन्न हालत में मिलीं.

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तीनों किशोरियों को तत्काल असोहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहाँ कोमल और काजल की मौत हो चुकी थी. रोशनी को जिला अस्पताल भेजा गया है जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.

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