अवधनामा संवाददाता
जिला क्षय रोग अधिकारी ने ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क को मजबूत बनाने की अपील की
गोरखपुर । टीबी से ठीक हो चुके लोग ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क से जुड़ कर टीबी चैंपियन बन समाज में पहचान बना सकते हैं । इन चैंपियन की टीबी उन्मूलन में काउंसिलिंग और जनजागरूकता के जरिये एक विशेष भूमिका है । इसी उद्देश्य से जिले में नेटवर्क बनाया गया है जिससे कोई भी ऐसा व्यक्ति स्वेच्छा से जुड़ सकता है जो टीबी से ठीक हो चुका हो ।ऐसे लोगों को टीबी सर्वाइवर कहते हैं । यह जानकारी जिला क्षय लोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी ।
डीटीओ ने बताया कि इस वर्ष ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क की तीन बैठकें हो चुकी हैं । बीते 25 नवम्बर को हुई तीसरी बैठक तक सात नये टीबी सर्वाइवर नेटवर्क से जुड़े हैं । यही सर्वाइवर जब प्रशिक्षण के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान देने लगते हैं तो इन्हें टीबी चैंपियन कहा जाता है । सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से इस समय बीस टीबी चैंपियन जिले में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें संस्था की मदद से कुछ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । जिले में नये टीबी चैंपियन भी ड्रिस्ट्रिक्ट नेटवर्क के जरिये चुने जाएंगे । गैर सरकारी सेवा वाले टीबी चैंपियन अगर नया टीबी मरीज खोजते हैं और जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इन्फार्मेंट योजना के तहत 500 रुपये उनके खाते में देने का सरकारी प्रावधान भी है। टीबी चैंपियन को समुदाय में यह संदेश देना है कि नया टीबी मरीज मिलने पर जब उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है तो वह तीन सप्ताह बाद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित नहीं करता है।
मरीज को जानकारी के साथ दें संबल
उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने टीबी चैंपियन और सर्वाइवर से कहा है कि वह लक्षणों के आधार पर लोगों को टीबी जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि दो सप्ताह तक खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, वजन घटने, भूख न लगने जैसे लक्षण दिखने पर टीबी जांच अवश्य कराएं । टीबी मरीज को अपना उदाहरण देकर समझाएं कि सम्पूर्ण इलाज से यह ठीक हो जाती है । उन्हें मानसिक संबल दें और मनोबल बढ़ाएं ।
नेटवर्क से जुड़ने के लिए करें सम्पर्क
डीटीओ ने बताया कि टीबी नेटवर्क से जुड़ने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय के मोबाइल नंबर 9005159259 पर सम्पर्क कर सकते हैं । बीमारी की जांच व अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिए पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र के मोबाइल नंबर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है । गोरखपुर शहर में जिला क्षय रोग केंद्र पर कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक मिर्जा आफताब बेग से भी मदद ली जा सकती है ।
नेटवर्क से जुड़ कर नई जानकारी मिली
एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी (गैर संक्रामक) की दो बार मरीज रह चुकी 28 वर्षीय सुनिधि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि संस्था द्वारा प्रेरित करने पर वह दो बार नेटवर्क की बैठक में आ चुकी हैं । उन्हें गले में गांठ वाली टीबी थी जो ठीक हो चुकी है। वह बैठकों से मिली जानकारी का प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें टीबी चैंपियन बनने का मौका मिलेगा।
जिले में टीबी की स्थिति (जनवरी से 23 नवम्बर तक)
उपचाराधीन ड्रग सेंसिटिव टीबी मरीज-8852
उपचाराधीन ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज-367
गोद लिये जा चुके टीबी मरीज-2535
जिले में टीबी नोटिफिकेशन-107 फीसदी
गत वर्ष की उपचार सफलता दर-92 फीसदी
निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी टीबी मरीज-8985