अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। मौदहा नगरपालिका क्षेत्र में एक ऐसा वार्ड भी है जो आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहाँ सड़क पानी बिजली के लिए आज भी लोग परेशान हैं। लाईट न होने की वजह से लोग शाम होने से पहले ही खाना बना खा लेते हैं और जल्दी सो जाते हैं। इलाके के लोगों का कहना है हर बार की तरह इस बार भी नगरालिका का चुनाव आ गया, नेता आयेने वोट मांगेंगे और आश्वासन देंगे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद पांच साल पूछने नहीं आयेंगे की हम किस हाल में हैं।
हम जिस वार्ड की बात कर रहे हैं वह मौदहा नगरपालिका क्षेत्र का वार्ड नंबर 9 है। यहाँ छिमौली रोड पर आईटीआई कालेज के पास कांशीराम कॉलोनी है, जिसमें लगभग 200 फ्लैट बने हैं। बीते सात साल पहले यहाँ 50 से 60 लोगों को फ्लैटों का आबंटन भी हो गया था जो इसी कॉलोनी में रहते हैं। लेकिन सात साल से इन लोगों को बिजली और पानी उपलब्ध नहीं हो सका है। हालत यह हैं की इस कालोनी तक जाने के लिए जो सड़क है वह गड्ढों से होकर गुज़रती है, यदि दुपहिया वाहन से इस कॉलोनी में जाया जाए तो तीन किलोमीटर का सफ़र तय करने में लगभग बीस मिनट मिनट लगेंगे।
कॉलोनी में रहने वाले शकील अहमद ने बताया की 2015 से वह इस कॉलोनी में रह रहा है, दर्जनों बार नगर पालिका से लेकर एसडीएम तक गुहार लगाई गई लेकिन सुनने वाला कोई नहीं हैं, और आज भी हम मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इसी कालोनी में रहने वाले सुलतान अहमद ने बताया की चेयरमैन सभासद वोट लेने आते हैं और बाद में पलट के नहीं देखते हैं। हमें बिजली पानी और सड़क मिले इसके लिए तहसील में धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला।
कॉलोनी की ही रहने वाली संपत ने बताया की सभासद से लेकर चेयरमैन तक दर्जनों एप्लीकेशन दी गई, धरना प्रदर्शन किया लेकिन रिज़ल्ट में सिर्फ आश्वासन ही मिला। हालत यह है कि शाम में ही खाना बना खा कर सो जाते हैं, मोबाइल चार्ज करना हो तो कसबे तक जाओ और 5 रूपये देकर मोबाइल चार्ज कराना पड़ता है। ऐसे ही दर्जनों लोग इस कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं से वंचित होने की बात कहते मिले।
बहुत ही दिलचस्प बात यह है कि इसी कालौनी में कुछ तथाकथित नेता व झूठे समाज सेवी भी रहते जो कालोनी के विकास के लिए कभी प्रयास तक नही कराते। दूसरों के काम का ठेका लिए दिनभर अधिकारीयों की चौखटो में माथा टेकते है। हर शान्ती समिति की बैठक में संभ्रांत व्यक्ति बन कर घंटों पहले जा कर आगे की पंक्ति में बैठ कर अपना महत्व दिखाने का प्रयास करते है लेकिन कभी कालोनी की दुर्गत के बारे में आवाज नही उठा ते हैं।