नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) ने शुक्रवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की जिसके तहत उसके निवेशकों की संख्या 22 करोड़ से अधिक हो गई। यूनीक क्लाइंट कोड (यूसीसी) के आधार पर खातों की संख्या में मात्र 6 महीनों में 2 करोड़ की वृद्धि हुई जो अक्टूबर 2024 से 20 करोड़ के आंकड़े को पीछे छोड़ गई। लोगों का रुझान शेयर बाजार में बढ़ रहा है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर निवेशक खातों की कुल संख्या इस महीने 22 करोड़ को पार कर गई। मात्र छह महीने के भीतर दो करोड़ से अधिक निवेशक खाते जुड़े हैं।
20 जनवरी, 2025 को 11 करोड़ का आंकड़ा पार करने के बाद, यूनीक रजिस्टर्ड इन्वेस्टरों की संख्या 11.3 करोड़ (31 मार्च, 2025 तक) हो गई है। एक निवेशक विभिन्न ब्रोकरों के साथ खाते रख सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कई क्लाइंट कोड हो सकते हैं।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक निवेशक
3.8 करोड़ निवेशक खातों के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 2.4 करोड़, गुजरात में 1.9 करोड़ और राजस्थान व बंगाल लगभग 1.3 करोड़ निवेशक खाते हैं। इन राज्यों में कुल खातों का लगभग 49 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि शीर्ष 10 राज्य कुल संख्या का लगभग तीन-चौथाई योगदान करते हैं।
एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा, ‘भारत का निवेशक आधार तेजी से बढ़ रहा है, केवल छह महीनों में 2 करोड़ से अधिक नए खाते जोड़े गए हैं। यह वैश्विक आर्थिक बाधाओं के बावजूद भारत के विकास पथ में मजबूत निवेशक विश्वास का स्पष्ट प्रतिबिंब है।’