चीनी मिल में अटका किसानों का 85 करोड़ से अधिक का भुगतान

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अवधनामा संवाददाता

 चीनी मिल बन्द होने के 68 दिन बाद भी नहीं हुआ गन्ना के बकाया का भुगतान
अयोध्या। उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए चीनी मिलों को किसानों के गन्ना का भुगतान 14 दिनों में करने का आदेश दिया था। यहां तक कि प्रदेश सरकार ने किसानों के गन्ना के भुगतान के लिए बजट में अलग से धन आवंटित किया है।इसके बावजूद अयोध्या जिले की केएम शुगर मिल ने चीनी मिल बन्द होने के 68 दिन बीतने के बाद भी किसानों के गन्ना का 85 करोड़ से अधिक का भुगतान दबा रखा है। भुगतान को लेकर किसान मिल व बैंक के चक्कर काट रहे हैं।
 जनपद में स्थापित केएम शुगर मिल मोतीनगर जिसकी पेराई क्षमता 9500 टीडीसी है । इस चीनी मिल मे पेराई सत्र 24 नवम्बर 2021 से प्रारम्भ की गयी। सत्र मे 117.91 लाख कुंतल गन्ने की पेराई करके 15 अप्रैल 2022 को मिल बन्द हुई । पेराई सत्र 2021-22 में 66239 गन्ना आपूर्तिकर्ता कृषकों ने  410 करोड़ 82 लाख आठ हजार  रूपये का गन्ना खरीदा । जिसके सापेक्ष 325 करोड़ 76लाख 55 हजार रूपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया । शेष गन्ना मूल्य भुगतान 85 करोड़ पांच लाख 53 हजार अब तक किसानों को नहीं किया गया। इस चीनी मिल को डीएम नितीश कुमार ने भी किसानों के बकाया का भुगतान करने के लिए कहा फिर भी मिल बन्द होने के 68 दिन बाद भी भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान को लेकर किसान भटक रहे हैं। किसी किसान के सामने बेटे बेटी की शादी की समस्या है तो किसी को बैंक का कर्ज चुकाना है। इधर किसानों के सामने धान की फसल के लिए भी पैसे की जरूरत है। ऐसे में किसान भुगतान के लिए छटपटा रहा है।
जिले की दूसरी चीनी मिल बलरामपुर चीनी मिल यूनिट रौजागॉव जिसकी पेराई क्षमता 8000 टीडीसी है ।  इस चीनी मिल ने पेराई सत्र 2021-22 के लिए 26 नवम्बर 2021 को पेराई प्रारम्भ की । मिल ने 75.42 लाख कु ० गन्ने की पेराई करके दो अप्रैल 2022 को पेराई सत्र समाप्त कर दिया।  पेराई सत्र 2021-22 में 44171 गन्ना आपूर्तिकर्ता कृषकों से 261करोड़ 60लाख 69 हजार रूपये का गन्ना खरीदा गया ।
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