अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
डीएम व एसपी ने लिया जायजा
मौदहा-हमीरपुर। खूनी 34 राष्ट्रीय राज मार्ग आज फिर लील गया कई जिन्दगयां कानपुर-सागर राष्ट्रीय राज मार्ग एक ऐसा मार्ग बन गया है जिस का उपनाम खूनी राज मार्ग पड़ गया है शायद ही कोई दिन ऐसा गुजर जाए जिस दिन इस रोड में कोई हादसा न हो। हादसों की सब से बड़ी वजह रोड में डिवाइडर का न होना है विगत कई वर्षों से रोड में डिवाइडर बनाए जानें की मांग की जाती आ रही है लेकिन किसी अधिकारी व नेताओं के आज तक जू नही रेंगी जब कोई दर्दनाक हादसा होजाता है तो कुछ दिनों तक मामला गर्म बना रहता है और फिर ठंडा पड़ जाता है। आखिर कब तक रोडआथारिटी लोगों की जाती हुई जिन्दगयाओं और उजड़ते हुए माथे के सिनदूरों को मूक दर्शक बन कर देखता रहेगा। एक बार फिर इन मौतो के लिए रफ्तार को ही जिम्मेदार ठहरा कर पलड़ा झाड़ लिया जाएगा इस में कोई सन्देह नहीं कि जहां घटनाओं के लिए रफ्तार तो जिम्मेदारी है ही लेकिन आटो में परमीशन से ज्यादा सवारी ढोनें के लिए कौन जिम्मेदार है? जब परमीश से अधिक सवारी बैठायी जाती हैं तब ट्रैफिक पुलिस से लेकर थानों की पुलिस क्या करती रहती है यह बहुत ही गम्भीर व सोचने का विषय है।बुधवार दोपहर बाद नेशनल हाईवे पर हुई आटो और लोडर की टक्कर में छ्ः एक मासूम बच्ची सहित छः लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग दस लोगों को गंभीर चोंटे आईं हैं जिन्हें पुलिस, एम्बुलेंस, नेशनल हाईवे अथारिटी सहित प्राईवेट गाडियों से कस्बे के सरकारी अस्पताल लाया गया जहाँ पर सभी घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और मृतकों की संख्या बढने का अनुमान है।साथ ही सात लोगों को गंभीर हालत देखकर रेफर कर दिया गया है।वहीं कोतवाली पुलिस ने सडक हादसे में मानवता की मिशाल पेश की जिसकी सराहना की जा रही है।हालांकि सडक हादसा इतना भयावह था कि चारों ओर सिर्फ चीख पुकार ही सुनाई दे रही थी और लोग अपने सम्बंधियों को पूछ रहे थे।
नेशनल हाईवे 34 पथ मंकराव के निकट बुधवार हुई आटो और आम से भरा लोडर अचानक असंतुलित होकर आटो रिक्शा में पलट गया जिससे लगभग दस लोगों को गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि छः लोगों की मौत हो गई।सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी घायलों को पुलिस की गाडियों और एम्बुलेंस के साथ ही प्राइवेट गाडिय़ों से इलाज के लिए कस्बे के सरकारी अस्पताल पहुंचाया।फिलहाल घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और मृतकों की संख्या बढने की संभावना बनी हुई है।
सडक़ हादसे की सूचना मिलते ही जिले के जिला, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य आलाधिकारियों ने घटना स्थल और अस्पताल पहुंच कर घायलों का हाल जाना और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। कोतवाली प्रभारी सहित क्षेत्राधिकारी ने भी मौके पर पहुंच कर घायलों का हाल लिया जिनमें पंचा(65) पुत्र चुनूबाद निवासी इंगोहटा, प्रमोद(30) पुत्र बिंदा प्रसाद खरेला,नीरज (16)पुत्र राजा भय्या सरसई,मानव प्रजापति(06)इमिलिया, कुलदीप(30) पुत्र चुनूबाद इमिलिया, प्रियंका(16)राजेंद्र इंगोहटा, और विजय कुमार(30)छपरा बिहार के गंभीर होने की जानकारी प्राप्त हो सकी है जबकि श्यामबाबू(35) पुत्र तिजवा निवासी टेढा ,राजेश(22) पुत्र प्रहलाद निवासी इंगोहटा, रागिनी(14) पुत्री श्यामबाबू और दीपांजलि(07) पुत्री श्यामबाबू निवासी गण टेढा थाना सुमेरपुर की मौत की जानकारी प्राप्त हो गई है शेष की मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम मौदहा, क्षेत्राधिकारी और कोतवाली प्रभारी और पुलिस के साथ ही नगरपालिका अध्यक्ष सहित नगरपालिका की टीम मौके पर पहुंच गई।हालांकि अभी भी घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर सभी अवैध आटो स्टैंड पर शिकंजा कसा गया है और आटो स्टैंड संचालकों पर गंम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है लेकिन यातायात पुलिस और पुलिस की मिली भगत से अभी भी ओवर लोड आटो धडल्ले से फर्राटा भर रहे हैं।जिन पर लगाम लगाने की अति आवश्यकता है क्योंकि क्षेत्र में यह पहला मामला नहीं है इसके पहले भी ओवर लोड आटो और स्कूली बच्चे ओवर लोड के चलते गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।फिलहाल सभी मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।वहीं क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि आटो और लोडर की नेशनल हाईवे पर टक्कर हुई है जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई है और ग्यारह लोग घायल हैं। सभी घायलों को सरकारी अस्पताल भेजा गया है और रास्ता साफ करा दिया गया है।