अवधनामा संवाददाता
राज्यमंत्री, जिला पंयायत अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी ने देखा पर्यटन
पर्यटन मित्र फिरोज इकबाल ने बच्चों को बताई पर्यटन की महत्ता
ललितपुर। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर जिला पर्यटक अधिकारी ने अवगत कराया है कि विश्व पर्यटन दिवस का शुभारंभ सन 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा किया गया था, इस वर्ष द्वारा दी गई थीम के तहत पर्यटन एवं सामाजिक राजनीति क्षेत्र में पारम्परिक एवं गैर पारम्परिक क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिये जाने पर जोर है। इसी क्रम में कलैक्ट्रेट सभागार में राज्यमंत्री मनोहर लाल, जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण एवं जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की उपस्थिति में पर्यटन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उक्त विद्यालयों के बच्चों को पर्यटन के प्रति प्रेरित करते हुए उन्हें जनपद के पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। राज्यमंत्री ने बच्चों को पर्यटन के प्रति सहज रहने व पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर अपनी संस्कृति को जानने के लिए प्रेरित किया। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा पर्यटन के महत्व, जनपद की एतिहासिकता एवं यहां की संस्कृति के बारे में बच्चों को बताया गया। जिलाधिकारी द्वारा वर्तमान में पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने, पर्यटन स्थलों पर बच्चों के निरंतर भ्रमण पर जोर दिया गया। जिला पर्यटक अधिकारी ने बताया कि जनपद ललितपुर में अनेकों पर्यटन स्थल हैं, जिनकी जानकारी बच्चों को होना नितान्त आवश्यक है। उन्होंने जानकारी देते हुए बच्चों को पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने हेतु प्रेरित किया तथा पर्यटन विभाग के साहित्य एवं कैप का वितरण किया। इस अवसर पर जिला पर्यटन अधिकारी द्वारा पर्यटन मित्र फिरोज इकबाल को उनके द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में किए जा रहे विशिष्ट प्रयासों और पुरातत्व स्थलों के प्रति जन जागरूकता कार्यों के लिए सम्मान चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इसके उपरान्त राज्यमंत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी द्वारा पर्यटन स्थलों के भ्रमण हेतु बच्चों की बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। पर्यटन विभाग द्वारा जनपद के 05 राजकीय विद्यालयों-केन्द्रीय विद्यालय, जीजीआईसी, जीआईसी, आईटीआई एवं रघुवीर सिंह डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राओं को देवगढ़ एवं बन्दरगुढ़ा के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर पर्यटन मित्र फिरोज इकबाल एवं मलखान द्वारा बच्चो को देवगढ़ में दशावतार मंदिर, जैन मंदिर समूह, महावीर स्वामी वन्य जीव विहार, राजघाटी, नाहरघाटी, सिद्धघाटी, बेतवा रिवर व्यू, वराह मंदिर, हाथी द्वार सहित बौद्ध गुफाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर बच्चों को प्रशस्ति पत्र भी दिये गए।