कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम से जुड़े 37 प्रथमिक विकास कार्यक्रमों की हुई समीक्षा
कुशीनगर। मुख्यमंत्री के 37 महत्वपूर्ण विन्दुओं से जुड़ा प्राथमिक विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने की। बैठक में विभिन्न विभागों के प्राथमिकता वाले कार्यों की समीक्षा हुई।
सोमवार को डीएम के बैठक में विद्युत विभाग, पशुपालन, जिला पंचायत राज, स्वास्थ्य, जिला पूर्ति, जिला प्रोवेशन, आईसीडीएस, श्रम, उद्योग, लोक निर्माण विभाग, समाज कल्याण, गन्ना, कौशल विकास आदि विभागों के विभागीय कार्यो की प्रगति की समीक्षा की गई। सभी संबंधित अधिकारियों/विभागाध्यक्षों से लक्ष्य के सापेक्ष हुई प्रगति के बारे में ब्यौरा जिलाधिकारी ने लिया। जिन विभागों की लक्ष्य के सापेक्ष धीमी/ कम प्रगति थी उनपर नराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश देते हुए ससमय लक्ष्य प्राप्ति हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को लक्ष्य प्राप्ति हेतु उठाए जाने वाले कदम के बारे में सलाह भी दी। कुछ विभागों को यह भी बताया कि जहां कार्य ठेकेदार के माध्यम से करवाया जा रहा है और ठेकेदार का सहयोग नहीं मिल रहा है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। किसी विभाग में कोई मामला लंबित ना रहे। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि जनपद की रैंक में सुधार लाया जाए और जनपद की रैंक में सुधार तब आएगा जब आप सभी लोग एक टीम वर्क की तरह कार्य करेंगें। उन्होंने रैंकिंग के संबंध में संबंधित प्रारूप को विभागीय अध्यक्षों को स्वयं के स्तर से देखने की सलाह दी। आईजीआर एस के मामले को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि इस मुद्दे पर शासन काफी गंभीर है। कोई भी प्रकरण लंबित न रहे। समस्या का गुणवत्तापूर्ण और त्वरित निस्तारण किया जाए। सभी विभागाध्यक्ष आइजीआरएस पोर्टल को नियमित तौर पर स्वयं चेक करें और सभी संबंधित विभाग अपने कार्य संबंधित डाटा की फीडिंग समय से करें।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेश पटारिया, जिला पंचायत राज अधिकारी अभय यादव, डीसी मनरेगा राकेश सिंह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत विंध्याचल कुशवाहा, राष्ट्रीय अर्थ एवं संख्याधिकारी मो0 नासेह व सभी संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारियों की मौजूद रहे।