अस्वस्थ होने के बावजूद भी ड्यूटी के साथ साथ समाजसेवा भी कर रहे हेड कांस्टेबल रिजवी।
थाना धम्मौर में तैनाती के दौरान भी खून देकर कइयों की बचाई जान,परोपकार की भावना के कारण ही धम्मौर थाना क्षेत्र के साथ ही बंधुआ कला थाना क्षेत्र में भी लोगों के बीच रिजवी ने बनाई है अलग पहचान
बंधुआकला,सुल्तानपुर।“परोपकाराय सतां विभूतय:” शास्त्र की उक्ति को चरितार्थ करते हुए बंधुआ कला थाने पर तैनात हेड कांस्टेबल कैसर अब्बास रिजवी युवाओं को साथ लेकर अपना खून देखकर लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं। इन्होंने खून देने वाली युवाओं की एक टीम तैयार कर रखी है यह टीम यदि किसी ऐसे ग्रुप के खून की जरूरत होती है जो उनकी टीम के सदस्यों का नहीं होता तो यह इंतजाम भी करते हैं। इनका उद्देश्य है कि खून की कमी से किसी की जान न जाए। उनका कहना है कि किसी भी धर्म या जाति के लोग खून के लिए कभी भी हमसे संपर्क कर सकते हैं। टीम के सक्रिय कार्यकर्ता हेड कांस्टेबल कैसर अब्बास रिजवी का कहना है कि हमारा मुख्य लक्ष्य है कि जब भी किसी भी मरीज को चाहे वह किसी भी धर्म से हो अगर उसे खून की जरूरत है तो उसे इस समय बिना किसी शुल्क के खून दिया जाए। उनकी टीम में युवा पुलिसकर्मी के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले अन्य युवा भी शामिल है इनका एकमात्र मकसद अपना खून देकर लोगों की जान बचाना है। कोरोना काल में हेड कांस्टेबल रिजवी सैकड़ो बुजुर्गों व महिलाओं को खून देकर उनकी जान बचाने का काम किया है। रिजवी इन दिनों शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने के बावजूद भी उनके प्रयास से प्रदेश में इस समय चल रहे डेंगू बुखार के कहर से उनकी टीम ने सुल्तानपुर जिले के साथ-साथ लखनऊ, गोंडा, बस्ती सिद्धार्थ नगर, अयोध्या में 2 से 19 अक्टूबर तक अभी हाल में ही दर्जनों युवाओं को खून देकर उनकी जान बचाने का काम किया है। हेड कांस्टेबल कैसर अब्बास रिजवी ने सभी युवाओं से अपील की है कि वह भी इस विषम परिस्थिति में पूरी सावधानी बरतते हुए रक्तदान करें जिससे रक्त की कमी न हो।