मेडिकल किट वितरण में किसी भी प्रकार का भेदभाव और लापरवाही क्षम्य नहीं: सूर्य प्रताप शाही

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No discrimination and negligence in dispensing medical kit is excusable: Surya Pratap Shahi

आलोक अग्रवाल (अवधनामा संवाददाता)

प्रभारी मंत्री ने  नानौता में कोविड एल-1 अस्पताल का किया औचक निरीक्षण

सहारनपुर। (Saharanpur) उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री तथा जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि होम आइसोलेसन में रह रहे प्रत्येक मरीज तथा लक्षणयुक्त शत-प्रतिशत व्यक्ति को कोरोना मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाए। उन्होने कहा कि मेडिकल किट वितरण में किसी भी प्रकार का भेदभाव और लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होने कहा कि जिला स्तर, तहसील स्तर, ब्लाॅक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर बेहतर आपसी समन्वय स्थापित किया जाए जिससे एक भी लक्षणयुक्त व्यक्ति और कोरोना मरीज बिना दवाई के न रहने पाए। उन्होने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ उसे खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए भी प्रतिबद्ध है।

प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही आज नानौता के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बने कोविड एल-1 अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होने मरीजों से उनका हाल जाना तथा चिकित्सीय सुविधा और साफ-सफाई के बारे में भी जानकारी ली। उन्होने कहा कि प्रत्येक मरीज को स्वस्थ करने का हर संभव प्रयास किया जाए। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समिति और मौहल्ला निगरानी समितियों को और अधिक क्रियाशील किया जाए। टैªसिंग, टैस्टिंग और ट्रीटमेंट को और अधिक प्रभावी करते हुए अधिक से अधिक लोगों की सैम्पलिंग करायी जाए। डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के समय लक्षण युक्त व्यक्ति को तत्काल कोरोना मेडिकल किट मुहैया करायी जाए तथा उसे होम क्वारनटाइन करते हुए आवश्यक सुझाव और कोरोना गाईडलाईन के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होने कहा यदि किसी व्यक्ति के पास घर में अगल रहने की व्यवस्था नहीं है तो ग्राम पंचायत भवन अथवा प्राथमिक विद्यालय में उसे क्वारनटाइन करने की व्यवस्था की जाए। उन्होने निर्देश दिये कि किसी भी मरीज अथवा लक्षणयुक्त व्यक्ति को चिकित्सीय सुविधा और भोजन की कमी न लगने पाए।

सूर्य प्रताप शाही ने निर्देश दिये कि जनपद में जितनी भी एम्बुलेंस है उन्हे 24 घण्टे क्रियाशील रखा जाए। कम से कम समय में मरीज को हास्पिटल में पंहुचाया जाए। उन्होने निर्देश दिये कि प्रभारी चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोई भी उपकरण अक्रियाशील न रहंे। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों को कोरोना गाइडलाइन तथा बचाव के बारे में जागरूक किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों के व्यक्तियों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर अधिक से अधिक पात्रों को वैक्सीन लगवायी जाए। साफ-सफाई, सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग के कार्य को युद्ध स्तर पर किया जाए। उन्होने निर्देश दिये कि कोविड मरीजों के साथ-साथ नाॅनकोविड गंभीर मरीजों को भी चिकित्सीय सुविधा की कोई कमी न लगने पाए।

कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भी जनपदों का दौरा कर कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहें है। उन्होने कहा कि शासन और प्रशासन के निरंतर प्रयासों का ही यह परिणाम है कि अब पाॅजिटिविटी दर में कमी और रिकवरी दर में वृद्धि हुई है। वृहद स्तर पर वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। कोविड-19 की आने वाली संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत आवश्यक तैयारियां की जा रहीं है। निरीक्षण के दौरान विधायक गंगोह किरत सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा महेन्द्र सैनी, महानगर अध्यक्ष राकेश जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 बी0एस0सोढी तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक और स्टाफ मौजूद रहा।

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