अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
टीबी रोग की रोकथाम को लेकर सीएचओ को सौंपी गई जिम्मेदारी
हमीरपुर : देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से कल 15 दिसंबर को जनपद की स्वास्थ्य इकाइयों में निक्षय दिवस मनाया जाएगा। इस दिवस का उद्देश्य टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान, गुणवत्तापूर्ण इलाज और योजनाओं का लाभ दिलाना है। कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर उपकेंद्रों में तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (सीएचओ) को प्रशिक्षित भी किया गया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.महेशचंद्रा ने बताया कि निक्षय दिवस से पहले आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर टीबी के बारे में और दिवस के आयोजन के बारे में समुदाय को जागरूक करेंगी। स्वास्थ्य इकाइयों पर एलईडी के जरिये टीबी के बारे में जागरूकता संबंधी फिल्म भी प्रसारित की जाएगी। निक्षय दिवस की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता संभावित टीबी मरीजों की सूची तैयार कर उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक लाने का कार्य करेंगी। सीएचओ द्वारा मरीजों की एचआईवी, डायबिटीज और अन्य जांच सुनिश्चित की जाएगी । इसके अलावा बलगम का नमूना लिया जाएगा और उसे निक्षय पोर्टल पर प्रिजमिटिव आईडी बनाते हुए नजदीकी टीबी जांच केंद्र पर भेजा जाएगा। निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के सापेक्ष 10 प्रतिशत मरीजों की बलगम जांच सुनिश्चित की जाएगी।
डीटीओ ने बताया कि सीएचओ और आशा द्वारा निक्षय दिवस पर मिलने वाली सुविधाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। सीएचओ जांच में टीबी की पुष्टि वाले मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों की भी टीबी स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेंगे। आशा कार्यकर्ता निक्षय दिवस पर टीबी मरीजों के बैंक खाते का विवरण आशा संगिनी को मुहैया कराएंगी और आशा संगिनी सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) को निक्षय पोर्टल पर दर्ज कराने को देंगी। इस दिवस पर प्राइवेट प्रैक्टिशनर को टीबी नोटिफिकेशन, कांटेक्ट ट्रेसिंग और फालोअप के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी उपकेंद्रों में तैनात सीएचओ की पिछले दिनों टीबी सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण भी हो चुका है। उन्हें अभियान से जुड़ी समस्त जानकारी मुहैया करा दी गई है।
इन बिन्दुओं पर होगा खास ध्यान :
– निक्षय दिवस पर स्वास्थ्य इकाई पर आने वाले संभावित टीबी मरीजों की सूची के अनुसार उनकी जांच कराई जाएगी। एचआईवी-डायबिटीज की भी जांच होगी।
– स्वास्थ्य इकाइयों पर संभावित मरीजों के बैठने की खुली जगह हो और इकाई के बाहर खुले स्थान पर बलगम के नमूने लेने के लिए कफ कार्नर बनाए जाएंगे।
– क्षय रोगियों के लिए हर जरूरी दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी।
– स्वास्थ्य इकाई पर टीबी की जांच, उपचार के बारे में परामर्श की व्यवस्था की जाएगी।
– जनपद स्तर पर सीएमओ की अध्यक्षता में हर माह की 16 तारीख को मासिक बैठक कर निक्षय दिवस के समस्त कार्यों की समीक्षा होगी और समस्त प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा।
संभावित क्षय रोगियों की पहचान के लिए प्रमुख लक्षण :
– दो सप्ताह या अधिक समय से खांसी होना।
– दो सप्ताह या अधिक समय से बुखार आना।
– वजन में कमी आना/ भूख न लगना।
– बलगम से खून आना।