अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
अब नहीं चलेगी मनमानी, सचिवालय में पंचायत सहायकों के माध्यम से होगा भुगतान।
हमीरपुर। ग्राम पंचायतों में कराए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता किसी से छुपी नही है। यदि जनपद के ग्राम पंचायतों कराये गये कार्यों की समीक्षा की जाए तो अधिकांश पंचायतों में ढेरों अनियमितताएं मिलेंगी। विकास कार्यों के लिए कराई जानेवाली टेन्डर प्रक्रिया ही सवालों के घेरे रहती है। ऐसी जानकारी मिली है कि मौदहा ब्लॉक के बहुत सी ग्राम पंचायतों में पहले मनमानी ढंग से काम करायाजाता हो फिर बाद मे टेन्डर प्रक्रिया की खानापूर्ति कर ली जाती है। यह एक जांच का विषय है। सरकार की मन्शा पारदर्शिता है लेकिन ब्लाओ में के शब्द कोष में पारदर्शिता जैसा शब्द लुप्त हो चुका है। अब जब भुगतान की प्रक्रिया मे बदलाव किया गया है तो शायद अब भष्टाचार में अंकुश लग सके। भुगतान अब पंचायत सहायकों की सहमति पर होनें की बात कही जा रही है । एक जून से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। जनपद में कुल 330 ग्राम पंचायतें हैं।
अभी तक ग्राम पंचायत में विकास कार्यों का भुगतान करने के लिए सचिव और प्रधान की सहमति ही काफी थी। अब नई व्यवस्था के तहत प्रधान की उपस्थिति में पंचायत सहायक के माध्यम से ही भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मिनी सचिवालय में लगे कंप्यूटर में सभी फीडिंग की प्रक्रिया पंचायत सहायक पूरी करेगा।
जिला पंचायतराज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि जिले की 330 ग्राम पंचायतों में 229 ग्राम सचिवालय पूरी तरह से तैयार हैं, एक पर काम चल रहा है। अब सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक के माध्यम से मिनी सचिवालय पर लगे कंप्यूटर के माध्यम से सही भुगतान संबंधी कार्रवाई होगी।