अवधनामा संवाददाता
दो एके 47 और ढेर सारे कारतूस बरामद, 22 साल से थी तलाश
कुशीनगर पुलिस की सहयोग से बिहार एसटीएफ को मिली कामयाबी
राजन का नाम सुनकर कांप उठते थे यूपी बिहार के लोग
कुशीनगर। जिले की पुलिस और एसटीएफ को एक बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। यहां गंडक नदी के किनारे बिहार की एसटीएफ और पुलिस टीम के संयुक्त छापे में नक्सली राजन उर्फ प्रहार और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। नक्सली राजन पर पांच लाख का इनाम था।
बताया जाता है कि यूपी बिहार में राजन का नाम सुनकर लोग कांपते थे। राजन और उसके सहयोगी के पास से दो एके 47, पांच मैगजीन और भारी संख्या में कारतूस बरामद हुए हैं। इस कार्रवाई की जानकारी बगहा के एसपी ने पत्रकार वार्ता में दी। इन्हें बृहस्पतिवार की शाम को बगहां पुलिस कार्यालय लाया गया, जहां बेतिया के डीआईजी ने देर शाम प्रेसवार्ता कर इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। बिहार प्रांत के सारण जिला में गंडक नदी के दियारा क्षेत्र से बिहार एसटीएफ व पुलिस ने नक्सली रामबाबू उर्फ राजन उर्फ प्रहार और रामबाबू पासवान को गिरफ्तार किया। राजन के ऊपर 40 तो उसके साथी पर 30 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस पिछले 22 वर्षों से इनकी तलाश कर रही थी। कुशीनगर जनपद की सीमा से सटे बिहार के बगहां क्षेत्र में यह नक्सली सक्रिय था। बेतिया के डीआइजी जयकांत ने बताया कि बिहार एसटीएफ के विशेष दस्ता ने उत्तर बिहार पश्चिम जोनल कमेटी के सचिव एवं बिहार सरकार की ओर से वर्ष 2013 से घोषित पांच लाख रुपये के इनामी कुख्यात वांछित नक्सली रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल को जिला पूर्वी चंपारण एवं उसके दस्ता के जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को सारण जिला के गंडक नदी के दियारा क्षेत्र से छापा मारकर गिरफ्तार किया है। बृहस्पतिवार को दोनों को बगहा लाया गया। उन दोनों की निशानदेही पर दो एके-47, पांच मैगजीन, 460 कारतूस व नकद 50 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
नक्सली वारदात को अंजाम देने में कुख्यात है राजन
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार नक्सली राजन अपने सदस्यों के साथ मिलकर पूर्वी चंपारण जिला के मधुबन ब्लॉक, थाना व मधुबन एसबीआई में विध्वंसक घटना किया था। बैंक के गार्ड की हत्या कर दी थी। इसके अलावा सदस्यों के साथ मिलकर वर्ष 2013 में मुजफ्फरपुर जिला के देवरिया थाना अंतर्गत विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह की हत्या एवं वर्ष 2018 में बगहां जिला अंतर्गत मलकौली पंचायत के पूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह पर हमला कर उनकी हत्या कर दी थी।
2019 में घात लगाकर पुलिस पर किया था हमला
वर्ष 2019 में गया जिला के लुटुआ थाना क्षेत्र के पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें कोबरा के एक एसआई की मृत्यु हो गई थी। 2020 में लौकरिया थाना क्षेत्र में पुलिस व एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में चार नक्सली मारे गए थे। वहां से फरार होने में राजन सफल रहा। राजन के विरुद्ध विभिन्न थानों में करीब 40 मुकदमे, जबकि रामबाबू पासवान के खिलाफ 30 मुकदमे दर्ज हैं।