हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के सांगला क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले नायक पुष्पेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर वीरवार सुबह उनके पैतृक गांव थैमगारंग पहुंचा। असम में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए 19 डोगरा रेजीमेंट के इस वीर सपूत की अंतिम यात्रा के दौरान पूरा गांव गमगीन माहौल में डूबा रहा। तेज हवाओं के कारण पेड़ की टहनियों की चपेट में आकर पुष्पेंद्र की जान चली गई थी।
29 वर्षीय पुष्पेंद्र के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण उमड़े। बेटे को इस हाल में देख उनके वृद्ध माता-पिता महेंद्र कुमार और सरला देवी बेसुध हो गए। पत्नी कीर्ति की आंखें आसुओं से भरी थीं, जिन्होंने शायद ही कभी सोचा होगा कि इस उम्र में उन्हें विधवा होना पड़ेगा। महज छह साल का मासूम एतिक कुछ समझ नहीं पा रहा था, लेकिन उसके चेहरे की खामोशी सब बयां कर रही थी।
भाजपा नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं – सूरत नेगी, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, शिशु भाई धर्मा और यशवंत नेगी – ने पुष्पेंद्र की शहादत को देश के लिए एक अमर बलिदान बताया। उन्होंने कहा कि नायक पुष्पेंद्र नेगी की कर्तव्यनिष्ठा और देशभक्ति हम सभी के लिए प्रेरणा है। उनका यह बलिदान सदैव याद रखा जाएगा।
भाजपा नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि वह दिवंगत आत्मा को शांति दे और उनके परिजनों – विशेष रूप से उनके माता-पिता, पत्नी और बेटे को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
जेपी नड्डा समेत कई नेताओं ने जताया दुख
नायक पुष्पेंद्र नेगी की अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। इसके साथ ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, सांसद अनुराग ठाकुर, सुरेश कश्यप, कंगना रनौत, डॉ. सिकंदर कुमार, हर्ष महाजन और अन्य नेताओं ने भी शोक संदेश भेजकर परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
देश ने एक सच्चे सपूत को खोया है, जिसकी शहादत न केवल परिवार, बल्कि पूरे प्रदेश और देश के लिए गर्व और पीड़ा दोनों का कारण है।