एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद के एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही दुर्घटना का शिकार हो गया। इस हादसे में अब तक 261 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। वहीं कुछ परिवार ऐसे हैं जिनको आस है कि उनका बेटा-बेटी सही सलामत हैं। परिवारों का कहना है कि जब तक घंटी बजती रहेगी तक तक जिंदा होने की आस है।
एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद के एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही दुर्घटना का शिकार हो गया। इस हादसे में अब तक 261 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। वहीं, कुछ परिवार ऐसे हैं जिनको आस है कि उनका बेटा-बेटी सही सलामत हैं। ऐसा ही हाल मणिपुर की रहने वाली कोंगब्राईलटपम नगनथोई शर्मा के परिवार का है।
कोंगब्राईलटपम नगनथोई शर्मा गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान में सवार 12 केबिन क्रू सदस्यों में से एक थी। अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद 242 यात्रियों को लेकर जा रहे एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से मणिपुर के 20 वर्षीय फ्लाइट अटेंडेंट की मौत हो गई।
उनका फोन बजता रहा, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया
पीटीआई से बात करते हुए, केबिन क्रू सदस्य के परिवार ने शर्मा से संपर्क करने की कोशिश करते हुए अपनी आपबीती साझा की। नगनथोई के एक रिश्तेदार के खेंजिता ने पीटीआई को बताया कि खबर मिलने के बाद हमने उन्हें कई बार फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। उनके फोन पर इंटरनेट अभी भी चालू है। हालांकि, हमने उन्हें शाम 6 बजे के आसपास फोन करना बंद कर दिया, क्योंकि हमें डर था कि इससे बैटरी खत्म हो जाएगी।
पूर्व सीएम ने मौत की पुष्टि की
मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक्स पर उनकी मौत की पुष्टि की। उन्होंने एक्स पर लिखा कि यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मणिपुर के दो युवा केबिन क्रू सदस्य, कोंगराबैलाटपम नगनथोई शर्मा और लैमनुनथेम सिंगसन, अहमदाबाद में आज एयर इंडिया के विमान हादसे में अपनी जान गंवाने वालों में शामिल थे। दोनों ही जीवन से भरे हुए थे, समर्पण और गर्व के साथ सेवा कर रहे थे। उनका अचानक चले जाना उनके परिवारों, दोस्तों और हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
केबिन क्रू मेंबर दीपक ने आखिरी बार मां को कहा था गुड मार्निंग
दुर्घटनाग्रस्त एअर इंडिया के विमान में सवार केबिन क्रू मेंबर दीपक पाठक ने आखिरी बार अपनी मां से बात की थी और कहा था, ‘गुड मार्निंग’। उनकी बहन ने बताया कि दुर्घटना की खबर आने के बाद से उन्हें उनकी हालत के बारे में कुछ भी पता नहीं चला है। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि दुर्घटना की खबर सार्वजनिक होने के बाद जब उन्होंने संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन बज रहा था, हालांकि किसी ने फोन नहीं उठाया।
फोन बजता रहेगा तब तक उम्मीद कायम
परिवार को लोगों ने कहा कि जब तक यह फोन बजता रहेगा तब तक उम्मीद कायम है। उनकी बहन ने बताया कि मुंबई के पास ठाणे जिले के बदलापुर के निवासी दीपक पाठक 11 साल से एअर इंडिया में केबिन क्रू के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। दुर्घटना की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई।
जल्द ही परिवार के सदस्य और दोस्त पाठक के अंबरनाथ-बदलापुर रोड पर रावल काम्प्लेक्स में इकट्ठा हो गए। उनकी बहन ने कहा कि उनकी हालत या ठिकाने के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने सुबह मां को फोन किया और ‘गुड मार्निंग’ कहा था।
मैं और मेरी मां नियमित रूप से उसके बारे में बात करते हैं
उन्होंने कहा कि हालांकि हम अक्सर बात नहीं कर पाते थे, लेकिन मैं और मेरी मां नियमित रूप से उसके बारे में बात करते हैं। दीपक पांच भाई-बहनों में से एक हैं और उसकी शादी चार साल पहले हुई थी। उन्होंने कहा कि हम सभी अधिकारियों से पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। तब तक हम उनके बारे में किसी भी रिपोर्ट पर विश्वास नहीं करेंगे।
अपने प्रियजनों को तलाश रहा मलाड का एक परिवार
दुर्घटनाग्रस्त एअर इंडिया के विमान में जावेद अली सैयद अपनी पत्नी मारीयम जावेद अली सैयद, दो बच्चों अमानी अली सैयद और जैन अली सैयद के साथ सवार थे। वह अपने परिवार के साथ लंदन में रहते थे। वह छह जून को मुंबई के मलाड पूर्व में अपनी बीमार मां से मिलने आए थे। वह इसी विमान में सवार होकर परिवार के साथ वापस लंदन जा रहे थे।
उनके बड़े भाई इम्तियाज अली सैयद ने कहा कि वह काफी समय बाद यहां आए थे। यहां रहकर उन्होंने खूब खरीदारी की थी। वह इसी विमान से लंदन जा रहे थे। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुंबई से फ्लाइट क्यों नहीं ली। शायद उन्हें अहमदाबाद से सस्ते दर पर टिकट मिल गया था।
सदमे में है परिवार
जावेद ने कहा कि हादसे की सूचना मिलने के बाद हम सभी सदमे में हैं। हमें नहीं पता कि वह और उनका परिवार किस हालत में है। हमें अहमदाबाद में मौजूद लोगों से स्पष्ट सूचना नहीं मिल रही है। कुछ लोग कह रहे हैं कि वे जीवित हैं और कुछ कह रहे हैं कि वे अब इस दुनिया में नहीं हैं। हम सच जानना चाहते हैं।