सऊदी अरब में बकरीद का चांद दिखने के बाद हज यात्रा की तारीख का एलान कर दिया गया है। मक्का में वार्षिक मुस्लिम हज तीर्थयात्रा 4 जून से शुरू होगी। सऊदी की स्पेस ऑब्जर्वेटरी ने चांद देखे जाने के बारे में बताया है। सऊदी अरब के हज मंत्री तौफीक अल-रबिया ने कहा कि दुनिया भर से लगभग दस लाख तीर्थयात्री पहले ही देश में आ चुके हैं।
सऊदी अरब में कल बकरीद का चांद देखा गया है। ये इस्लाम में दूसरा सबसे खास और पाक महीना है। इस बीच सऊदी अरब की तरफ से हज तीर्थयात्रा को लेकर एलान किया गया है। मक्का में वार्षिक मुस्लिम हज तीर्थयात्रा 4 जून से शुरू होगी।
सऊदी अरब ने एलान किया है कि मक्का में वार्षिक मुस्लिम हज तीर्थयात्रा 4 जून से शुरू होगी। सऊदी की स्पेस ऑब्जर्वेटरी ने चांद देखे जाने के बारे में बताया है। उसके बाद हज यात्रा की तारीख का एलान हुआ। आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी की तरफ से जारी एक बयान में सुप्रीम कोर्ट ने डेट का एलान किया है। वैसे दुनिया भर में बकरीद जुल-हिज्जा की 10 तारीख को मनाया जाता है।
10 लाख तीर्थयात्री आए देश
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सऊदी अरब के हज मंत्री तौफीक अल-रबिया ने कहा कि दुनिया भर से लगभग दस लाख तीर्थयात्री पहले ही देश में आ चुके हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 1.8 मिलियन मुसलमानों ने हज में हिस्सा लिया था।
कैसे तय होती हज यात्रा की तारीख?
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और सभी मुसलमानों को कम से कम एक बार हज करना चाहिए। तीर्थयात्रा की तारीख इस्लामी चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है, जिसका अर्थ है कि यह हर साल बदलती रहती है। हाल के सालों में यह सऊदी अरब के भीषण गर्मी के महीनों में हुई है।
अधिकारियों के अनुसार, 2024 में तापमान 51.8 सेल्सियस तक पहुंच गया और जून की धूप में 1,300 से अधिक लोग मारे गए।
चार दिन चलता समारोह
श्रद्धालु इस दौरान चार दिनों तक चलने वाले समारोहों में भाग लेते हैं, जिसका सबसे महत्वपूर्ण दिन दूसरे दिन माउंट अराफात पर सामूहिक प्रार्थना के साथ आता है, यह वह पहाड़ी है जहां माना जाता है कि पैगंबर मोहम्मद ने अपना अंतिम उपदेश दिया था। सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा कि इस साल यह आयोजन 5 जून को होगा, जबकि ईद अल-अजहा अगले दिन होगी।