नई दिल्ली: वर्कस्पेस मैनेजमेंट को मजबूत करने, अधिक प्रोडक्टिव वातावरण को बढ़ावा देने और लंबित मामलों को संबोधित करने के लिए, कौशल विकास और उद्यमशलीता मंत्रालय (एमएसडीई) ने स्पेशल कैम्पेन 3.0 में अपनी सक्रिय भागीदारी की घोषणा की है। इस अभूतपूर्व पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय संस्थानों, संगठनों, रिसर्च काउन्सिलों, अधीनस्थ संस्थाओं और अपने परिसर के भीतर अव्यवस्था को दूर करना और दक्षता बढ़ाना है।
स्पेशल कैम्पेन 3.0 का यह सफ़र 2 अक्टूबर, 2023 को इस पूरे कैम्पेन की अवधि के दौरान संबोधित
किए जाने वाले महत्वपूर्ण लक्ष्यों की पहचान के साथ शुरू हुआ। स्पेशल कैम्पेन 3.0 कार्यालयों में स्पेस
मैनेजमेन्ट को हासिल करने और वर्कप्लेस अनुभव को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित करता है।
यह कैम्पेन स्वच्छता और ऑपरेशनल एक्सीलेंस के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की दिशा में एक
महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है।
स्पेशल कैम्पेन 3.0 के प्रारंभिक चरण के दौरान, एमएसडीई ने लंबित मामलों को कम करने और कैम्पेन
की अवधि के भीतर सभी लंबित मामलों को हल करने के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए।
मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार, वर्तमान लंबित स्थिति इस प्रकार है:
सांसदों के सन्दर्भ: 24
संसदीय आश्वासन: 4
आईएमसी संदर्भ (कैबिनेट प्रस्ताव): 3
राज्य सरकार के सन्दर्भ: 3
लोक शिकायतें: 201
पीएमओ सन्दर्भ: 2
एमएसडीई, दक्षता और जवाबदेही के प्रति अपने समर्पण पर जोर देते हुए स्पेशल कैम्पेन 3.0 के दौरान
इन सभी लंबित मामलों के निपटान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। कैम्पेन की तैयारी में, एमएसडीई
के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने 6 अक्टूबर, 2023 को सभी नोडल अधिकारियों और डिवीज़न हेड के
साथ इस पहल की प्रगति की समीक्षा की। वरिष्ठ अधिकारियों को स्थापित लक्ष्यों को प्राप्त करने के
लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का निर्देश दिया गया। कैम्पेन की अवधि के दौरान कैम्पेन के उद्देश्यों
के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित टीम, दैनिक प्रगति की बारीकी से
निगरानी कर रही है।
एमएसडीई के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने #SwachhtaHiSeva कैम्पेन में अपने उल्लेखनीय
प्रयासों के लिए सभी डिवीज़न की सराहना की। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सभी डिवीज़न को अपने
परिवेश को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने और स्पेशल कैम्पेन 3.0 के तहत निर्धारित मापदंडों को पूरा
करने में योगदान देना जारी रखना चाहिए।
पहल के दूसरे संस्करण यानी स्पेशल कैम्पेन 2.0 में, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने 32
सार्वजनिक शिकायतों का निपटारा किया, 12,830 ई-फाइलों की समीक्षा की, 2115 फिज़िकल फाइलों
को हटा दिया, 6954 स्वच्छता कैम्पेन चलाए, 5783 वर्ग फुट स्पेस खाली होने से 3,73,175 रुपये का
राजस्व प्राप्त किया।