उपभोक्ता का तर्क है कि बिल 15 फरवरी से लेना चाहिए लेकिन विभाग मीटर किराया फिक्स चार्ज इलेक्ट्रिक सिटी ड्यूटी दिसंबर 2023 से वसूल कर रहा है। यही नहीं सर्विस कनेक्शन संख्या 1014166503 है और सीलिंग सर्टिफिकेट में तिथि मीटर लगने से पहले यानी 28 दिसंबर 2023 की दर्ज कर दी गई। उपभोक्ता को यह सीलिंग सर्टिफिकेट सात जून 2024 को दिया गया।
बिजली विभाग की ढिलाई के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। पहले डेढ़ माह तक मीटर नहीं लगाया, क्योंकि मीटर नहीं थे। मीटर जब आए तो एसडीओ ने फोन नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। बड़ी मुश्किल से 16 फरवरी 2024 को मीटर लगवाया और बिजली चालू हो सकी। बिजली विभाग ने महीनों बिल नहीं भेजा, तो उपभोक्ता न्यूटन किशोर सक्सेना ने बिजली विभाग के चक्कर लगाने शुरू किए।
अब बिल आया तो अभियंताओं ने मीटर लगने से पहले यानी दिसंबर 2023 से बिल भेज दिया। उस समय उपभोक्ता के घर में मीटर भी नहीं लगा था। ऐसे में उपभोक्ता न्यूटन सक्सेना एक बार फिर ऐशबाग उपकेंद्र के चक्कर लगाने को विवश हैं और अभियंता कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।
नादान महल रोड निवासी उपभोक्ता न्यूटन किशोर सक्सेना ने 27 सितंबर 2023 में कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। कई चक्कर लगाने के बाद 21 दिसंबर 2023 को तीन किलोवाट के कनेक्शन के लिए तकनीकी रिपोर्ट आने के बाद न्यूटन ने तुरंत 2698.60 रुपये जमा कर दिए। पैसा जमा करने के बाद महीनों मीटर नहीं लगा।
पीड़ित ने दैनिक जागरण में इसकी शिकायत की। दैनिक जागरण ने बिजली कनेक्शन नहीं दे रहे एसडीओ साहब शीर्षक से खबर प्रकाशित की। मीटर तो घर के बाहर लगा गए, अभियंता लेकिन बिल तब से भेज रहे हैं जब उपभोक्ता ने पैसा जमा किया था।
उपभोक्ता का तर्क है कि बिल 15 फरवरी से लेना चाहिए, लेकिन विभाग मीटर किराया, फिक्स चार्ज, इलेक्ट्रिक सिटी ड्यूटी दिसंबर 2023 से वसूल कर रहा है। यही नहीं सर्विस कनेक्शन संख्या 1014166503 है और सीलिंग सर्टिफिकेट में तिथि मीटर लगने से पहले यानी 28 दिसंबर 2023 की दर्ज कर दी गई। उपभोक्ता को यह सीलिंग सर्टिफिकेट सात जून 2024 को दिया गया। ऐसे में बिजली विभाग अपनी गलतियां छिपाने के लिए सब कुछ उपभोक्ता के ऊपर डाल रहा है। उपभोक्ता की अकाउंट आइडी 6183368452 है। बिजली बिल में एरियर 1442 रुपये जोड़ा गया है और कुल बिल 3,069 रुपये का है।