अवधनामा संवाददाता
इटावा। ईद ए मुबाहिला के मौके पर घटिया अज़मत अली स्थित मस्जिद पंजतनी में मौलाना अनवारुल हसन जैदी की अध्यक्षता में मेहफ़िल का आयोजन किया गया।महफ़िल में मौलाना अनवारुल हसन जैदी ने कहा कि अरब में मौजूद एक इलाक़ा जिसको नजरान के नाम से जाना जाता था वहा के ईसाइयों ने रसूल अल्लाह से हज़रत ईसा अलै.के बारे में बहस की और हज़रत ईसा को अल्लाह का बेटा बताया और रसूल अल्लाह के लाख समझाने के बावजूद कि हज़रत ईसा अल्लाह के बेटे नहीं बल्कि अल्लाह की तरफ़ से नबी बनाये गए हैं इस बात का इन्कार करते रहे,नजरान के ईसाइयों के बड़े बड़े पादरी भी रसूल सल्ल० की बात को नहीं मानें बल्कि रसूल सल्ल० और दीने इस्लाम को ही झूठा कहने लगे। 24 ज़िलहिज्ज 10 हिजरी को तमाम नजरान के बड़े बड़े आलिम व पादरी जमा हुए,रसूल अल्लाह फ़ातिमा ज़हरा,मौलाए कायनात हज़रत अली,इमाम हसन और इमाम हुसैन के साथ आये तो पादरियों ने देखकर कहा यह वो लोग है अगर इशारा कर दें तो पहाड़ अपनी जगह से हट जाएंगे।इन्होंने हमारे ऊपर लानत कर दी तो क़यामत तक कोई ईसाई नहीं आएगा सब अभी ख़त्म हो जायेंगे।इसलिए उन पादरियों ने रसूल अल्लाह से हार मान ली और बिना मुबाहिला किये ही लौटने का फ़ैसला कर लिया और इस्लामी टैक्स देना मंज़ूर कर लिया।महफ़िल में तनवीर हसन,आसिफ रिज़वी अश्शू,सलमान रिज़वी ने भी कलाम पेश किए।महफ़िल में हाजी कमर अब्बास नकवी,हाजी अरशद मरगूब,राहत अक़ील,मो.अब्बास,शावेज़ नक़वी,मो.मियां,तहसीन रज़ा,मो. जुनैद,राहत हुसैन रिज़वी,मो.हुसैन राहिल,तहसीन रजा,रिज़वी,कैफ सहित तमाम लोगों ने भाग लिया।