उत्पीड़ित महिलाओं की ज़िन्दगी संवारने में इस तरह से लगी है योगी सरकार

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अवधनामा ब्यूरो

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में घरेलू उत्पीड़न, एसिड अटैक और शोषित महिलाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्पीड़न का शि‍कार महिलाओं की जिन्दगी को संवारने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बालगृहों में मिशन शक्ति के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, ताकि नारी निकेतन, बालगृहों में आश्रित महिलाएं व किशोरियां रोजगार की मुख्य धारा से जुड़ रही हैं.

कौशल विकास मिशन के तहत लखनऊ के राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन में पिछले साल 16 लड़कियां और 18 लड़कों को सिलाई का प्रशिक्षण दिया गया. इससे इन सभी संवासियों को प्रति माह 12 हज़ार रुपए की नौकरी मिली. विभाग की ओर से अब तक लखनऊ, मेरठ, आगरा, वाराणसी, कानपुर, मथुरा, गौतमबुद्धनगर, प्रयागराज, बरेली और गोरखपुर के बालगृहों के 4,429 संवासियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

उत्तर प्रदेश की महिलाओं व बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए योगी सरकार योजनाएं पीड़ित महिलाओं की जिंदगी को संवारने का काम कर रही है. पीड़ित महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से कौशल विकास मिशन के तहत उनको सीधे तौर पर रोजगार मुहैया कराया जा रहा है.

प्रदेश के सभी जनपदों के आश्रय गृहों से 18 से 35 साल की उम्र की 100 महिलाओं व किशोरियों को चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है. मिशन शक्ति अभियान के तहत उनके हुनर को निखारने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे इन महिलाओं व किशोरियों को रोजगार की मुख्य धारा में शामिल किया जा सके.

महिलाओं व किशोरियों को उनकी रूचि, शिक्षा, कौशल व अनुभव के आधार पर उद्योगों व उपक्रमों से जोड़ने का कार्य तेजी से प्रदेश में किया जा रहा है. जिला प्रोबेशन अधिकारी व जिला अधिकारी को कार्यक्रम के संचालन का जिम्मेदारी दी गई है.

इस अभियान के तहत महिलाओं व बेटियों को सशक्तिकरण का पाठ पढ़ाया जा रहा है. महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से प्रदेश की सात करोड़ से अधिक महिलाओं को अब तक जागरूक किया जा चुका है.

मिशन शक्ति अभियान से सरकारी व गैर सरकारी संगठन जुड़कर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को रोजगार से जुड़े नए अवसरों की जानकारी दे रहे हैं. महिलाओं को लघु व कुटीर उद्योग, जैविक खेती, मास्क बनाने के साथ-साथ ड्रेस और डिजाइनर ज्वैलरी से जुड़े कामों का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

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वन स्टॉप सेंटर की इंचार्ज अर्चना सिंह ने बताया कि महिलाओं व बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में योगी सरकार की योजनाएं कारगर साबित हो रही हैं. प्रदेश के सभी जनपदों में संचालित सखी सेंटर से पीड़िताओं को सशक्त बनाया जा रहा है.

कौशल विकास मिशन के तहत लगभग 10 हजार महिलाओं व बेटियों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है. इसके साथ ही कंप्यूटर प्रशिक्षण, सिलाई समेत अन्य रोजगार के साधनों के लिए उनको सेंटर में प्रशिक्षित किया जा रहा है.

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